नैनीताल: नगर पालिकाध्यक्ष नैनीताल सचिन नेगी ने शनिवार देर शाम अनशन तोड़ दिया है। एसडीएम विनोद कुमार ने जूस पिलाकर नेगी का अनशन तोड़ा और एक माह में मांग पूरी करने का आश्वासन भी दिया। बता दें इससे पूर्व बृहस्पतिवार को एसडीएम पालिकाध्यक्ष को मनाने के लिए आमरण अनशन स्थल पर पहुंचे थे। लेकिन पालिकाध्यक्ष ने मांग पूरी होने तक आमरण अनशनजारी रखने की बात कही। जिसके चलते प्रशासनिक अधिकारियों को खाली हाथ लौटना पड़ा। बताते चले कि नगरपालिकाध्यक्ष नेगी ने शासन की ओर से बजट नहीं मिलने के चलते सात दिन तक धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान जब सरकार ने उनकी एक न सुनी तो सोमवार से वह आमरण अनशन पर बैठे गए। अनशन के दौरान उन्हें कई राजनैतिक और सामाजिक संगठनों के साथ ही लोगों का समर्थन भी मिला। पालिकाध्यक्ष ने कहा कि नगर पालिका नैनीताल ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन ग्रेच्युटी और एरियर का पालिका पर करीब साढ़े नौ करोड़ रुपए देना है।
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इधर कोरोना संक्रमण के चलते पालिका के आय के संसाधन बंद हो गए हैं। जिसको लेकर पालिका की ओर से कई बार शासन से बजट की मांग की गई। लेकिन शासन की ओर से कोई सहायता नहीं की गई। इधर डीएम ने मामले का संज्ञान लेकर एक माह का आश्वासन दिया है। जिसके बाद शनिवार को एक माह का आश्वासन मिलने पर सचिन नेगी ने अनशन तोड़ दिया है। इस मौके पर पूर्व विधायक सरिता आर्य, ईओ अशोक वर्मा, सभासद प्रेमा अधिकारी, रेखा सुयाल, रेखा आर्य, निर्मला चंद्रा, सुरेश चंद्रपुष्कर बोरा, राजू टाक, दया सुयाल, भगवत रावत व कैलाश रौतेला आदि मौजूद रहे।
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