हल्द्वानीः अब शहर के लोगों को रसोई गैस सिलिंडर लेने से पहले डिलीवरी ब्वाय को कोड बताना होगा। कोड बताने के बाद ही आपको सिलिंडर मिलेगा,अगर आपने कोड नही बताया तो आपको सिलिंडर नही मिलेगा। रसोई गैस की कालाबाजारी रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है।
बता दें कि कुमाऊं मंडल विकास निगम के महाप्रबंधक अशोक जोशी का कहना है कि इंडेन गैस सर्विसिंग की गैस डिलीवरी में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के लिए 1 अगस्त से गैस रिफिल डिलीवरी हेतु सभी गैस एजेंसियों में नये सॉफ्टवेयर (एसडीएमएस) की व्यवस्था लागू कर दी है। इस व्यवस्था के लागू होने से डिलीवरी बॉय सिर्फ उन्हीं लोगों को सिलिंडर देगा जिन उपभोक्ता के नाम से सिलिंडर बुक है। डिलीवरी बॉय द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को गैस सिलिंडर नहीं दिया जाएगा। उपभोक्ता के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से बुंकिग कराने के बाद उनके मोबाइल पर एक डीएसी कोड आएगा। और यह कोड सिलिंडर लेते समय उपभोक्ता द्वारा डिलीवरी बॉय को देना अनिवार्य होगा। डीएसी कोड के आधार पर डिलीवरी बॉय द्वारा गैस रिफिलिंग उपभोक्ता को दी जाऐगी।
गैस लेने के लिए उपभोक्ता जिस नंबर से रसोई गैस बुक कराते हैं, उस नंबर को एजेंसी में रजिस्टर्ड एवं अपडेट कराना आवश्यक है।वहीं अगर उपभोक्ता का नंबर पुराना है, एजेंसी में अपडेट नहीं है या गलत नंबर गलत रजिस्टर्ड है। तो गैस बुक कराने से पहले आप भी अपना मोबाइल नंबर जल्द ही संबंधित गैस एजेंसी में रजिस्टर्ड करा लें। ताकि गैस सिलिंडर प्राप्त करने में कोई भी परेशानी का सामना न करना पड़े। अशोक जोशी ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वह संबंधित गैस एजेंसियों में अपने सही मोबाइल नंबर को अपडेट करा लें, ताकि किसी भी उपभोक्ता की ओर से बुकिंग करवाया गया सिलिंडर किसी अन्य व्यक्ति को न दिया जा सके।