हल्द्वानी: नैनीताल जिले में कोरोना वायरस से जनता को बचाने के लिए प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है। डॉक्टर्स और पुलिसकर्मी देश के लिए अपना फर्ज निभा रहे हैं। जनता को बचाव के संदेश के साथ उन्हें खाना तक मुहैया कराया जा रहा है। संपूर्ण भारत में लॉकडाउन के चलते आम नागरिकों को लॉकडाउन का पालन सख्ताई से करवाना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य है। जबकि दूसरी ओर लॉकडाउन की वजह से फंसे मजदूर परिवारों को मानवता के आधार पर राहत सामग्री उपलब्ध कराना पुलिस का पहला कर्तव्य बन गया है।
एक मामला नैनीताल के हल्द्वानी बनभूलपुरा थाना क्षेत्र से सामने आया है। लॉकडाउन के कारण भारत के विभिन्न राज्यों से गोला नदी के खनन में लगने वाले मजदूर परिवार जो गोला नदी के खनन मैं मजदूरी करके किसी प्रकार अपनी आजीविका चलाया करते थे। कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने हेतु आपातकाल संपूर्ण भारत में लॉकडाउन के कारण यह गरीब मजदूर परिवार ना सिर्फ अपने घर जा सके। बल्कि आजीविका के साधन न होने के कारण यह लोग अपने परिवारों के लिए दो वक्त का भोजन जुटा पाने में भी असमर्थ है।
जिस कारण बिहार से मजदूरी करने आये लगभग 40 से 50 मजदूर वर्ग भोजन से संबंधित अपनी समस्याओं को लेकर थाना वनभुलपुरा पर पहुंचे तो वनभूलपुरा थानाध्यक्ष सुशील कुमार द्वारा अपने समस्त पुलिस स्टाफ की मदद से ना सिर्फ उन मजदूरों को भोजन खिलाया गया। बल्कि उन समस्त 50 गरीब मजदूर परिवारों की झुग्गी-झोपड़ियों में जाकर अग्रिम 15-15 दिनों का राशन भी उपलब्ध कराया गया।
इस नेक का काम का पोस्ट सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया है। नैनीताल के लोग इसे काफी पसंद कर रहे हैं और शेयर भी कर रहे हैं। पुलिस द्वारा जनता से अपील की गई है कि वह घरों में ही रहे। अगर किसी वस्तु की आवश्यकता है तो प्रशासन से संपर्क करें, हर संभव मदद की जाएगी।