हल्द्वानीः टोल टैक्स से बचने के लिए वाराणसी के एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल को नकली पुलिस वाला बनना महंगा पड़ गया। पुलिस स्टीकर लगी कार मेें नीली बत्ती और हूटर लगाकर चलने पर सीपीयू ने पकड़ लिया। कार में पुलिस की वर्दी और कैप भी बरामद हुई। इसके बाद पुलिस ने 1500 जुर्माना लगाकर उसे छोड़ दिया।
बता देें कि सीपीयू उपनिरीक्षक सुभाष जोशी और कांस्टेबल देवेंद्र बोरा शनिवार की दोपहर कालाढूंगी तिराहे पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच पुलिस की स्टीकर और नीली बत्ती लगी प्राइवेट कार (यूपी 65 बीएन 1178) को सीपीयू ने रोक लिया। पूछने पर पता चला कि कार में वाराणसी (यूपी) जिले के दौलतपुर रोड पांडेयपुर स्थित एक प्राइवेट स्कूल के प्रधानाचार्य रोजर विल्सन परिवार के साथ मौजूद हैं। कार तुषार वर्मा चला रहा था। इसके बाद सीपीयू कार को लेकर कोतवाली ले आई। तलाशी के दौरान कार से पुलिस ने वर्दी और पीकैप बरामद की।
सीपीयू ने कार से नीली बत्ती और हूटर उतरवाने के बाद स्टीकर को साफ कराया। प्रिंसिपल की पत्नी का कहना था कि टोल टैक्स से बचने के लिए बच्चों ने पुलिस का स्टीकर लगाया था। प्रिंसिपल का परिवार भीमताल जा रहा था। पुलिस ने हिदायत दी कि यदि फिर किसी प्रकार की गड़बड़ी की तो कार जब्त करने के साथ प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ps- amar ujala