हल्द्वानी: कोरोना वायरस के वजह से भले ही जीवन बदल गया हो लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म ने वो सभी कार्य करना शुरू कर दिया है जो लॉकडाउन से पहले होती थी। अब जरूरत है नए माध्यमों में अपने आप को ढालने की और उसके बाद सब पहले जैसा ही होगा… ये हम नहीं हर वो शख्स बोल रहा है जो अपने आप को रोकना नहीं चाहता है। प्रतिभा को सामने लाने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता है… वो अपने टेंलट के साथ समझौता नहीं करना चाहता है और बहाना नहीं बनना चाहता है।
इसी सोच के साथ बरेली रोड गौजाजाली स्थित रंगीत आर्ट सेंटर ने युवाओं के साथ अनुभव साझा करने के लिए इंटरनेशनल फेस्टिवल के आयोजन की तैयारी की हुई है। फेस्ट का आयोजन एक जुलाई से शुरू होगा। दुनिया के विख्यात अर्टिस्ट इस फेस्टिवल का हिस्सा बनने वाले हैं। ये पूरी तरीके से डिजिटल रहेगा। अर्टिस्ट एक वीडियो बनाकर भेजेंगे और वह वीडियो रंगीत आर्ट सेंटर के अधिकारिक फेसबुक पेज पर अपलोड किया जाएगा।
रंगीत आर्ट सेंटर के संचालक मनोज पांडे और कुसुम पांडे ने बताया कि इस तरह का फेस्ट पहली बार हमारे राज्य में हो रहा है। हम चाहते हैं कि इसके माध्यम से राज्य व देश के युवा कलाकार अलग-अलग तरीके की आर्ट से रूबरू हों… कोरोनाकाल का वक्त हम ऐसे ही घर पर बैठकर बर्बाद नहीं कर सकते हैं, जरूरत है मौके को भुनाया जाए और इसी लक्ष्य के साथ हम यह आयोजन करवा रहे हैं। वक्त बदलने के साथ तकनीक में बदलाव आता हैं और ये जानना युवाओं के लिए जरूरी है। सबसे अहम बात नई जानकारियां उन्हें इस दिशा में भविष्य बनाने में कारगर साबित होती है। उन्होंने कहा कि जब तक नई चीजों को राज्य में नहीं लाया जाएगा तब तक इस क्षेत्र में नॉलेज बढ़ना मुश्किल रहेगा, हमारी कोशिश है कि उत्तराखंड के युवाओं को आगे बढ़ाया जाए ताकि वो अपने सपनों के साथ समझौता ना करें।