हल्द्वानी: कला के क्षेत्र में शहर का युवा लगातार पहचान बना रहा है। कई बड़े मंचों में हल्द्वानी की प्रतिभा नाम रोशन कर चुकी है। लॉकडाउन के दौरान तमाम ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में भी शहर की प्रतिभा लोगों को प्रभावित करने में कामयाब रही। एक बार फिर शहर की प्रतिभा (वेदांती जोशी) का गुणगान केवल भारत के लोग नहीं विदेशी भी कर रहे हैं। शहर की कत्थक नृत्यांगना वेदांती जोशी द्वारा कला भारती अंतरराष्ट्रीय कत्थक महोत्सव में प्रस्तुति सुर्खियों में है।
सबसे पहले वेदांती जोशी ने पंडित बिरजू महाराज की संगीतबद्ध रचना प्रगटे ब्रज नंद लाल पर प्रस्तुति दी। इसके बाद पारंपरिक शुद्ध कत्थक व भाव पक्ष में ठुमरी मग रोको न रे सावरिया और पैर के काम से अपने नृत्य का समापन किया। देखने वालों का कहना था कि वेदांती के नृत्य में सुंदर भाव-भंगिमा और ताल पक्ष में सुंदर रियाज देखने को मिला ।
लाॅकडाउन काल में कोरोना जागृति पर वेदांती की 12 वीडियो सोशल मीडिया पर काफी पसंद की गई। वेदांती अपनी मां मशहूर कथक नृत्यांगना डाॅ. दीपा जोशी से पांच साल की उम्र से प्रशिक्षण ले रही हैं। यह आयोजन संस्कार भारती मेरठ प्रांत की ओर से कराया गया था जिसमें देश-विदेश के 14 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। भारत के पांच कलाकारों के अलावा थाईलैंड, श्रीलंका, रूस, सिंगापुर के कलाकार शामिल रहे।