यूं तो देवभूमि उत्तराखंड पूरी दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है। लेकिन आज भी यहां के कुछ गांव ऐसे हैं जहां खूबसूरत वादियां तो हैं लेकिन चलने के लिए सड़क नहीं हैं। इसके चलते कई लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। एक बार फिर तीन महिने पहले हैड़ाखान-काठगोदाम-खनस्यू मोटर मार्ग मुरकुडिया के पास क्षतिग्रस्त हो गया था। जो अब तक सही नहीं हो सका है। इसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि मंगलवार सुबह ग्राम पंचायत ककोड़ के खड़क सिंह (55) का स्वास्थ्य खराब हो गया। सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण ग्रामीण मरीज को चारपाई पर बांधकर लाए। प्रधान डीकर मेवाड़ी का कहना है कि मंगलवार को गांव के खड़क सिंह का स्वास्थ्य बिगड़ने पर मुरकुडिया तक उन्हें वाहन पर लेकर आए। पर मुरकुडिया में सड़क के क्षतिग्रस्त होने पर ग्रामीण 300 मीटर तक जान को जोखिम में रखकर उन्हें चारपाई के सहारे सड़क तक लाए। जहां से उन्हें वाहन से हल्द्वानी लेकर पहुंचे।
डीकर का कहना है कि उक्त मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से भीमताल, ओखलकांडा ब्लाक के 100 से अधिक गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सड़क की दुर्दशा को लेकर 20 जून से पहले ग्रामीणों के साथ डीएम कैंप कार्यालय हल्द्वानी जाकर आत्मदाह करने की चेतावनी दी। विधायक राम सिंह कैड़ा ने मंगलवार को डीएम को ज्ञापन सौंपकर मुरकुडिया के पास टूटी हुई सड़क दुरुस्त करने की मांग की। कैड़ा का कहना है कि सड़क बंद होने से लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव की सड़कें खराब होने पर उन सड़कों का ठीक नही किया जाता। जिसके चलते कई बार दुर्घटनाएं भी होची हैं साथ ही लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।