हल्द्वानीः जीवन जीने के लिए जल की महत्वपूर्ण भूमिका है। जल के बिना जीवन नहीं। पानी के बिना जीवन की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। लेकिन हल्द्वानी के लोगों को पानी के बिना कई दिक्कतों का सामना करपना पड़ रहा है। दो दिनों तक हुई भारी बारिश से गौला बैराज में बनाया गया अस्थायी बंधा टूट गया। इस चलते रविवार को प्लांट की आपूर्ति ठप होने से शहर की करीब 80 हजार की आबादी को पूरे दिन पानी नहीं मिला।
बता दें कि बीते दो दिनों में हुई मूसलाधार बारिश से गौला बैराज में बनाया गया अस्थायी बंधा टूट गया। इससे शीशमहल स्थित ट्रीटमेंट प्लांट को पेयजल सप्लाई ठप हो गई। बांध टूटने की जानकारी मिलने पर जलसंस्थान के ईई विशाल कुमार सक्सेना और सिंचाई विभाग के एसई संजय शुक्ल रविवार सुबह से ही गौला बैराज में बांध की मरम्मत कराने में जुटे रहे। लेकिन बांध की आंशिक मरम्मत ही हो पाई है। वहीं जलसंस्थान के ट्रीटमेंट प्लांट को अब भी निर्बाध पेयजल सप्लाई नहीं मिल रही है। रविवार देर शाम तक शहर की पेयजल सप्लाई सामान्य नहीं हो पाई।
जलसंस्थान कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से टैंकरों से पेयजल वितरण व्यवस्था भी लड़खड़ा गई है। गौला बैराज में अधिक पानी आने से काम के लिए लगी मशीन और शटरिंग भी बह गई। मजदूरों ने बड़ी मुश्किल से इस सामग्री को समेटा। गौला से ट्रीटमेंट प्लांट को पानी तो छोड़ दिया गया है लेकिन पानी काफी कम मात्रा में प्लांट को मिल रहा है। जिस वजह से प्लांट भरने में समय लग रहा है। प्रभावित इलाकों में टैंकरों से पर्याप्त पानी वितरित कराने के निर्देश अधीनस्थों को दिए गए हैं।
बिठौरिया, पीलीकोठी, कुसुमखेड़ा, कठघरिया, कोहली कॉलोनी, ब्लॉक, लालडांठ, कुसुमखेड़ा, घूनी नंबर एक, घूनी नंबर दो, भगवानपुर, कुसुमखेड़ा, ऊंचापुल, लोहरियासाल तल्ला, मल्ला, डेढ़ी पुलिया, शीशमहल आदि इलाकों में सप्लाई पूरी तरह ठप रही। वहीं पानी की सप्लाई ठप होने के वजह से लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रात को पानी के लिए क्षेत्र के लोग रातभर पानी का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उन्हें पानी की एक बूंद तक नसीब नही हो रही है।