हल्द्वानी: शहर में स्वास्थ्य विभाग की चूक ने प्रशासन की सांसे फूला दी है। कोरोना पॉजिटिव महिला को सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग नें सामान्य मरीजों के साथ रख दिया गया। जब महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो विभाग और हॉस्पिटल प्रशासन के होश उड़ गए। तीन प्रसूरताओं को आइसोलेशन में रखा गया है। इसके अलावा 10 लोगों को क्वांरटाइन किया गया है। महिला को महिला हॉस्पिटल से सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया था।
खबर के अनुसार गर्भवति महिला इंद्रानगर की रहने वाली है। 24 जून को उनके लेबरपेन हुआ। वह महिला ह़स्पिटल पहुंची। उन्हें डॉक्टरों ने इमरजेंसी में देखा और सुशीला तिवारी हॉस्पिटल रेफर कर दिया। एसटीएच में 24 जून को ही महिला का प्रसव हो गया। महिला तीसरी बार मां बनी है। महिला को सामान्य वार्ड में अन्य मरीजों के बीच रखा गया था और 25 जून को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो हड़कंप मच गया। वहां पर भर्ती तीनों महिलाओं को आईसोलेशन मे भेज दिया गया है। इसके अलावा दो डॉक्टर, पांच नर्स और वॉर्ड आया समेत 10 को क्वारंटाइन में रखा गया है। सभी के जांच सैंपल के लिए भेजे गए हैं।
महिला को रेफर करने वाले महिला हॉस्पिटल ने प्रपत्र में इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि महिला का कोविड19 टेस्ट हो गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रचार्य डॉक्टर सीपी भैसोड़ा का कहना है कि कोविड टेस्ट को लेकर प्रपत्र में जानकारी दी गई होती तो महिला को अलग से रखा जा सकता था। फिलहाल महिला का उपचार मानकों के आधार पर किया जा रहा है।
इस बारे में महिला हॉस्पिटल की सीएमएस डॉक्टर भागीरथी जोशी का कहना है कि मामले जो चूक हुई है उसकी जांच कराई जाएगी। वहीं महिला का इलाज पहले से सुशीला तिवारी में चल रहा था। प्रसव पीड़ा के चलते उसे 24 जून को महिला हॉस्पिटल आशा द्वारा लाया गया था। महिला में कोरोना वायरस के कोई लक्ष्यण नहीं थे ।
विभाग को सतर्कता बरतने की जरूरत है। महिला का संपर्क इतिहास निकाला जा रहा है। सविन बंसल, डीएम नैनीताल