नैनीताल:पूरा देश डिजिटल हो रहा है। हर किसी के हाथ में मोबाइल है और वह जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन गया है। पिछले 1.5 साल से निजी स्कूलों से लेकर सरकारी स्कूलों में भी पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से हो रही है लेकिन कुछ गांव ऐसे हैं जिनका मोबाइल सिगन्ल से कोई नाता नहीं है। वह फोन करने के लिए दूसरे इलाकों में जाना पड़ता है। कभी-कभी BSNL के नेटवर्क मिल जाते हैं।
विकास खण्ड ओखलकांडा के पतलोट गांव भी कुछ ऐसा ही था लेकिन आज नए युग में प्रवेश कर गया है। पटलोट में पहली बार फोन की घंटी सुनाई दी है। यह सपना जिओ ने पूरा किया है। जो काम टेलीकॉम क्षेत्र में दशकों से खुद को दिग्गज कहने वाली कंपनियां नहीं कर पाई वो जियो ने करीब पांच साल में कर दिखाया है।
जानकारी के अनुसार विकास खण्ड ओखलकांडा के पतलोट डिग्री कॉलेज में मंगलवार से जिओ का नेटवर्क शुरू कर दिया गया है। इसकी हवाई रेंज 1 किमी रखी गयी है। जिसका लाभ महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों के साथ ही साथ क्षेत्र के लोगों को मिलेगा। मोबाइल टावर लगने व उसकी सुविधा के शुरू होने के बाद गांव वाले काफी खुश हैं। बता दें कि ककोड़ जिला पंचायत के कई गांव भी नेटवर्क समस्या ने जूझ रहे हैं जिसमें डालकन्या, कुंडल, अधौरा, मिडार, डूंगरी , लवाड़, डोबा ,हरिश्ताल, गाजा, पद्राणी शामिल हैं।