- हल्द्वानी: प्रदेश में मंत्रियों के अलावा अब अधिकारी भी अपनी संपत्ति का
ब्यौरा देने से हिचकिचा रहे हैं। हल्द्वानी के आरटीआई एक्टिविस्ट हेमंत
गोनिया द्वारा लगाई गई आरटीआई में इस बात का खुलासा हुआ है कि प्रदेश के
आईएएस अधिकारी अपनी संपत्तियों का ब्यौरा नहीं दे रहे हैं। - आरटीआई से मिली जानकारी में इस बात का खुलासा हुआ है कि केवल 7 आईएएस अधिकारियों ने
ही वर्ष 2017 – 18 की अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है। - इसके अलावा किसी भी आईएएस अधिकारी ने अपना संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया।
- आरटीआई एक्टिविस्ट हेमंत गोनिया के मुताबिक इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता
कि आईएएस अधिकारियों की सालाना आय में कई गुना बढ़ोतरी हो रही है लिहाजा
आई ए एस अधिकारी अपनी संपत्ति का ब्यौरा छुपा रहे हैं।
आरटीआई के जवाब के मुताबिक, 2016-17 से अधिकारी Sparrow वेबसाइट में अपने डीएससी और ई-साइन के माध्यम से खुद ही जानकारी अपलोड करते हैं। जिन अधिकारियों ने जानकारी दी है, वह आरटीआई आवेदक हेमंत सिंह को दे दी गई है।
आरटीआई में बताया गया है कि 2016-17 के लिए एस रामास्वामी, डॉ. रणबीर सिंह, ज्योति नीरज खेंरवाल, आशीष जोशी, सोनिस, सुशील कुमार और डॉ. आऱ राजेश कुमार के अलावा अन्य अधिकारियों ने अपनी संपत्तियों का विवरण सार्वजनिक नहीं किया है।