हल्द्वानी: कोरोना वायरस से बचने के लिए केवल वैक्सीनेशन ही उपाय है। कोरोना वैक्सीनेशन की जब शुरुआत हुई थी तो कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे थे। ऐसे में केंद्र के बाहर लंबी लंबी लाइन दिख रही थी लेकिन कोरोना वायरस के मामले कम हुए तो लोग वैक्सीन के लिए गंभीर नजर नहीं है।
त्योहारों की चहल पहल में लोग कोरोना जैसी भयंकर बीमारी को भुलाने लगे हैं । कोरोना के नियमो को नज़रअंदाज तो किया ही जा रहा है साथ ही मास्क पहनने का प्रचलन भी लुप्त हो गया है। वैक्सीनेशन अभियान की गति भी धीमी हो गई है । दूसरी डोस लगवाने वाले लोग केन्द्रों तक नहीं पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि पहली डोज लगने के बाद निर्धारित समय के 12 सप्ताह बाद भी जिले के 54 हजार लोगों ने टीका नहीं लगवाया । इसके लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार प्रयास कर रहीं हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ो के अनुसार जिले में 7,59,682 लोगों को ही टीका लगाया जाना है । मगर स्थति यह है कि पहली डोज 94.49 प्रतिशत लोगों को लग चुकी हैं , मगर इनमें 48.30 प्रतिशत लोगो ने ही दूसरी डोज ली है । जिला प्रतिशत अधिकारी डॉ अजय शर्मा ने बताया कि जिन लोगों ने पहली डोज लगवा ली थी , उनकी दूसरी डोज लगाने का समय पूरा हुए 12 सप्ताह से अधिक हो चुका है । लेकिन फिर भी लोगो ने वैक्सीन नहीं लगवायी है । ऐसे 54246 लोग है जिनसे बार -बार अनुरोध किया जा रहा है ,इसके बावजूद भी वह लोग आ नहीं रहे हैं । वैक्सीनेशन केंद्र हर दिन खुले हुए हैं । मगर त्योहारों के चलते लोगो की आवाजाही कम है ।
त्योहार के चलते लोग कोरोना नियमों में लापरवाही करने लगे हैं । भले ही मौत का आकड़ा कम हुआ हो और दुनिया फिर से अपनी पटरी पर चलने लगी हो लेकिन यह भी नहीं भुलना चाहिये कि कोरोना अभी भी हमारे बीच है । तीसरी लहर की चिंता जताते हुए डॉ शर्मा को कहना है कि सभी को दूसरी डोज जल्द से जल्द लगवाने की आवश्यक्ता है ।
अगर हमें फिर से उस दौर से नहीं गुजरना तो कोरोना के पुर्णता चले जाने तक सावधानी बरतनी होगी। इसके अलावा दूसरी डोज ना लगाना बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है जिन्हें अभी तक वैक्सीन नहीं लगा है। ऐसे में हल्द्वानी लाइव सभी से अपील करता है कि वे वैक्सीन का दूसरा डोज जरूर लगाए। खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।