हल्द्वानी: नगर के नाम एक और कामयाबी लगी है। हल्द्वानी राशिका सिद्दीकी प्रदेश की पहली महिला सहायक निदेशक बनी है। इससे पहले वो नैनीताल की जिला खेल अधिकारी के पद पर थी। राशिका सिद्दीकी की कहानी भी महिला खिलाड़ियों की तरह है। उन्होंने भी समाज के तंज सुना लेकिन खिलाड़ी बनने के सपने ने उसे नजर अंदाज किया। रशिका ने कई राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इसके बाद उनकी नौकरी खेल विभाग में लग गई। इससे पहले वह खेल विभाग में पहली महिला उपक्रीड़ाधिकारी के अलावा महिला जिला खेल अधिकारी बनीं।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में रहने वाली रशिका सिद्दीकी ने एक मीडिया हाउस को बताया कि सैकेड़ो युवाओं की तरह उनका करियर भी हल्द्वानी मिनी स्टेडियम से ही शुरू हुआ था। वो दोस्तों के साथ स्कर्ट पहनकर खेलती थी तो रिश्तेदार भी बताते बनाते थे। पिता रेलवे में थे और उन्होंने इस तरफ ध्यान देने के बजाए बच्चों के भविष्य को प्राथमिकता पर रखा। भाई-बहनों में सबसे छोटी राशिका ने बताया कि पिता के परिश्रम और सहयोग की वजह से सभी कामयाब भी हुए। उनकी बड़ी बहन रुकैइय्या मेडिकल सोशल वर्कर, भाई हासिर सिद्दीकी मो. हासिर सिद्दीकी सरकारी कांटेक्टर, भाई एमजी सिद्दीकी रोडवेज में टीआइ व बहन खदीजा डांटा एंट्री आपरेटर हैं।
रशिका ने बताया कि उन्होंने राजकीय इंटर कालेज काठगोदाम से पढ़ाई की। आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने एमबीपीजी में प्रवेश लिया। यहां से पोस्ट ग्रेजुएट पूरा करने के बाद साल 1989 में पटियाल एनआइएस (नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्पोर्ट्स) से डिप्लोमा किया। वर्ष 1992 में मुंबई में मेडिकल सोशल वर्कर के रूप में भी काम किया। इसके बाद साल 1993 में लखनऊ में वो डिप्टी खेल अधिकारी बन गई। वह साल 2021 से नैनीताल जिले में जिला खेल अधिकारी के रूप में सेवा दे रही थीं।