हल्द्वानी: शहर में कोरोना Curfew के चलते शराब की दुकानों को बंद किया गया है लेकिन शराब तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस बीच एक मामला सामने आया है, जहां तस्कर पुलिस से बचने के लिए कार पर पुलिस का स्टीकर लगाकर घूम रहे थे। उनकी कार में 15 पेटी शराब मिली। उन्होंने ये शराब बंद दुकान से बाहर निकाली, जो आबकारी विभाग द्वारा सील की गई थी।
पुलिस ने आधी रात को तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। वह स्विफ्ट कार में सवार थे। तीनों तस्कर शराब की दुकान में सेल्समैन थे। शराब तस्करी के आरोपियों की पहचान अर्जुन सिंह मेर, विक्रम सिंह रावत और हरेंद्र सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने शराब पिछली सीट और डिग्गी में छिपाई थी।
शराब तस्करी में पकड़ी गई कार में पुलिस का स्टीकर लगा था। माना जा रहा है कि तस्करी के आरोपी पुलिस को चकमा देने के लिए पुलिस का स्टीकर लगी इस कार का इस्तेमाल कर रहे थे जो ऊधमसिंह नगर के राजेंद्र सिंह के नाम पंजीकृत है। पकड़े गए तीन सेल्समैन शराब कारोबारी नरेंद्र गुरुरानी की दुकान के सेल्समैन हैं।
दुकान की चाबी इन्हीं के पास रहती है। इसका फायदा उठाकर आरोपी आबकारी विभाग द्वारा लगाई गई दुकान की सील तोड़कर तस्करी कर रहे थे। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
मामले की जांच एसआई राजवीर सिंह को सौंपी है। तस्करी पकड़ने वाली टीम में एसएसआई मगंल सिंह, एसआई मनोज यादव, कांस्टेबल संजय टम्टा और हरीश पांडेय शामिल थे।
एसपी सिटी डॉ जगदीश चंद्र ने कहा कि कार में पुलिस का स्टीकर लगा होने के मामले की अलग से जांच कराई जा रही है। कार मालिक का भी पता लगाया जा रहा है। शराब तस्करी के मामले की जांच में देखा जा रहा है कि आरोपियों के तार कहां-कहां जुड़े हैं। इस मामले में किस-किस की मिलीभगत है, उसका भी पता लगाया जा रहा है।