हल्द्वानी: शहर में एनसीआरटी किताबों को लेकर विवाद थोड़ा शांत जरूर हुआ है। सरकार की सख्ती और दंड की चेतावनी के बाद प्राइवेट स्कूल बैकफुट पर है। इसके बाद भी कुछ स्कूलों की शिकायत सोशल मीडिया पर अभिभावकों ने की है और इसे देखते हुए शिक्षा विभाग स्कूलों की चैकिंग कर रहा है। सोमवार को शहर के नामी स्कूलों में एक आर्यमान विक्रम बिड़ला में मुख्य शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा। इस दौरान स्कूल में एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को लागू करने को लेकर जानकारी स्कूल प्रधानाचार्य और प्रबंधक से हासिल की। इस दौरान उन्होंने स्कूल प्रबंधन, प्राध्यापकों, स्कूल के बच्चों व अभिभावकों से पाठ्यक्रम को लेकर बातचीत की। अधिकारियों ने साफ कहा कि हर स्कूलों में एनसीआरटी किताब से पढ़ाया जाना अनिवार्य हैं और अगर कोई इस नियम को तोड़ता है तो वो खुद कार्रवाई का जिम्मेदार होगा।
बता दें कि शासन के निर्देश पर स्कूलों में छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान अनियमितता मिलने पर प्रशासन व शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। बिड़ला स्कूल से संबंध में सोशल मीडिया पर अभिभावकों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की थी जिसमें उन्होंने एक फोटो के माध्यम से स्कूल का छवी क्लास का सिलेबस डाला था जो कि एनसीआरटी का नहीं था। उस स्लेबस की कीमत 5000 से अधिक देखी जा रही थी।