UTTARAKHAND NEWS: वैसे सेना में जाने की ललक कई युवाओं को बचपन से होती है। उन्हें अपने घर से ही मार्गदर्शन मिल जाता है। उत्तराखंड में कई ऐसे परिवार हैं, जहां पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवा देने का रिवाज है। उत्तराखंड को इसी वजह से सैन्य भूमि कहते हैं और अब तो पिथौरागढ़ में सैन्य धाम भी बनाया जा रहा है।
उत्तराखंड के हजारों युवा देश की सेवा कर मान बढ़ा रहे हैं। हल्द्वानी निवासी कमल कर्नाटक भी इस सूची में शामिल हो गए हैं। कमल कर्नाटक वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बन गए हैं। उनका परिवार परिवार सैनिक कॉलोनी हरिपुर नायक क्षेत्र मे रहता है। कमल कर्नाटक चार साल की चुनौतीपूर्ण ट्रेनिंग को पूरा कर वायुसेना में ऑफिसर बने हैं।
कमल कर्नाटक भी सैन्य परिवार से आते हैं। उनके पिता सूबेदार ऑनरेरी कैप्टन प्रमोद कुमार कर्नाटक ने सेना में सेवा दी है। वह तीन साल पहले रिटायर हुए हैं। वहीं उनकी माता गृहणी हैं। पिता को देखकर ही कमल ने भी सेना में जाने का सपना देखा। कमल ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई घोड़ाखाल सैनिक स्कूल हासिल की। कमल बचपन से काफी परिश्रमी थे और उन्होंने सपने को पूरा करने के लिए दिन रात एक किया है। कमल की कामयाबी ने क्षेत्रवासियों को भी प्रफुल्लित कर दिया है। उनके ऑफिसर बनने के बाद से घर पर बधाई देने आने वालों का तांता लगा हुआ है।