Haldwani News: kartikeya Smita Karnatak: युवा और प्रतिभाशाली फिल्म निर्माता कार्तिकेय स्मिता कर्नाटक की शॉर्ट फिल्म “दूरबीन” को 10वें इंडो-बांग्ला अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल 2024 में सर्वश्रेष्ठ संपादन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार 500 से अधिक शॉर्ट फिल्मों में से चुनी गई फिल्मों में से “दूरबीन” को प्रदान किया गया, जहाँ 12 से अधिक देशों से फ़िल्म भेजी गयी थी। ( Film Producer kartikeya Smita Karnatak)
क्या कहती है दूरबीन की कहानी
“दूरबीन” की कहानी एक मध्यम वर्ग के लड़के की है जो दिल्ली पढ़ाई करने जाता है। कहानी में लड़का शहर के चका चौंध और शोरगुल के बीच एक सुकून भरा कमरा ढूँढने की कोशिश करता है। यह उनकी बतौर निर्देशक पहली शॉर्ट फ़िल्म है। “दूरबीन” एक अनोखी शॉर्ट फिल्म है, जिसे कार्तिकेय स्मिता कर्नाटक ने लिखा, निर्देशित, संपादित और शूट किया है। इस फिल्म ने फिल्म समीक्षकों और दर्शकों दोनों से व्यापक प्रशंसा प्राप्त की है। ( kartikeya Smita Karnatak Film Durbin)
इससे पहले, “दूरबीन” को पोलैंड में सिने कल्चर फ्यूचर फेस्ट; ग्रीस के किनो – एथेंस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल और 14वें पुणे शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में भी प्रदर्शित किया जा चुका है। इन प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में भी “दूरबीन” ने अपनी जगह बनाई और फिल्म समुदाय में एक मजबूत छाप छोड़ी। कार्तिकेय स्मिता कर्नाटक ने अपनी स्कूली शिक्षा हल्द्वानी और भीमताल से पूरी की है और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके बाद वे मुंबई गए और सिनेमैटोग्राफी में अपने करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। पिछले साल उनकी फ़िल्म बहाब भी सिनेमा घरों में रिलीज़ हुई थी जिसके लिए उनके काम की काफ़ी सराहना भी की गयी गई। ( Kartikeya Smita Karnatak Award)
दूरबीन” की सफलता और ये पुरस्कार कार्तिकेय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है। कार्तिकेय ने अपने पुरस्कार अपने माता और पिता को समर्पित करते है। उनके पिता डॉक्टर बीसी कर्नाटक कुछ वक्त पहले उत्तराखंड पशुपालन विभाग में निदेशक के पद से सेवानिवृत्ति हुए हैं। माँ स्मिता कर्नाटक एक लेखक और वाइसओवर आर्टिस्ट हैं। (kartikeya Smita Karnatak Haldwani )