हल्द्वानी: क्रिकेट के मैदान से हल्द्वानी शहर के लिए अच्छी खबर सामने आई है। शहर के 20 वर्षीय निश्चय मेहरा बीसीसीआई मान्यता प्राप्त अंपायर बन गए हैं। बता दें कि देहरादून में साल की शुरुआत में बीसीसीआई ने अंपायरों के लिए लेवल-1 परीक्षा का आयोजन किया था।
यह परीक्षा उत्तराखण्ड में पहली बार आयोजित की जा रही है। वहीं इसी साल उत्तराखण्ड की क्रिकेट टीम ने भी भारतीय घरेलू क्रिकेट में पहली बार शिरकत की थी। इस परीक्षा में 80 से ज्यादा अंक लाने वाले अंपायरों को सेकेंड लेवल के लिए प्रवेश कर लिया है। इसके अलावा उन्हें अनुभव देने के लिए रिजनल मैचों में अंपायरिंग करवाई जाएगी। उत्तराखण्ड से 11 अंपायरों ने इस परीक्षा को पास किया है।
हल्द्वानी मुखानी निवासी प्रेम सिंह मेहरा और ज्योती मेहरा के पुत्र निश्चय मेहरा बचपन से ही क्रिकेट के शैकिन थे। उन्होंने 9 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। वो पांच साल स्कूल लेवल और जिला लेवल में भी खेले। निश्चय हल्द्वानी क्रिकेटर्स एकेडमी में क्रिकेट के गुण सिखते थे। पढ़ाई के कारण कुछ देर तक वो क्रिकेट से दूर रहे लेकिन जब वापसी को उन्हें कामयाबी मिली। निश्चय ने स्कूली शिक्षा काठोगादम स्थित बीयरशिबा स्कूल हल्द्वानी से ली।
वहीं मौजूदा वक्त में बीकॉम सेकेंड ईयर के छात्र है। कामयाबी के बाद निश्चय ने बताया कि वो हमेशा क्रिकेट में ही अपना करियर बनाना चाहते थे। उन्होंने अपनी कामयाबी का श्रेय हल्द्वानी क्रिकेटर्स क्लब के कोच दान सिंह भंडारी ,दान सिंह कन्याल , इंदर जैठा और महेंद्र बिष्ट को दी।