देहरादून: प्रदेश में भाजपा ने पूर्ण बहुमत के साथ अपनी सरकार बना ली है। कांग्रेस की करारी हार के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का दर्द भी छलका है। उनका कहना है कि एक बार भाजपा को मुझे हटाने से पहले मुझसे बात करनी चाहिए थी। गौरतलब है कि कांग्रेस की हार के बाद सामने आया हरक सिंह रावत का यह मलाल सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
हरक सिंह रावत ने कहा है कि मुझे भाजपा ने हटाया था। मैंने भाजपा नहीं छोड़ी थी। अगर एक बार पार्टी मुझसे पूछती, उसके बाद कोई फैसला लेती तो इसमें कोई दिक्कत नहीं थी। उन्होंने बीते दिनों घोषित हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों के बारे में भी अपनी राय रखी। हरक सिंह रावत ने कांग्रेस की हार का जिम्मेदार पार्टी के सांगठनिक ढांचे को ठहराया।
हरक सिंह रावत ने कहा कि पार्टी का सांगठनिक ढांचा मजबूत नहीं था। ग्राम स्तर, ब्लॉक स्तर तक पार्टी की कम मजबूती हार का कारण बनी। आने वाले समय में इन खामियों को दूर किया जाएगा। हरक सिंह रावत ने कहा कि वह फैसला ले चुके थे कि उन्हें भाजपा नहीं छोड़नी है। लेकिन भाजपा ने खुद ही उन्हें निष्कासित करने का फैसला ले लिया। लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा पर हरक सिंह रावत ने कहा कि यह फैसला हाईकमान का ही होगा। उन्होंने ये बातें दैनिक जागरण से बातचीत में कही हैं।