नई दिल्ली: उत्तराखंड की राजनीति में सबसे बड़ी चर्चा हरक सिंह रावत को लेकर हो रही है ।भाजपा से निष्कासित करने के बाद वह लगातार मीडिया के समक्ष अपनी बात रख रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर कहा कि वह अपने लिए नहीं बल्कि अपनी बहू के लिए टिकट मांग रहे हैं। वह इसलिए कि अनुकृति गोसाईं ने उत्तराखंड के लोगों के लिए काम किया है और उन्हें प्यार भी मिलता है। उन्होंने कहा कि अगर वह कांग्रेस में शामिल होते हैं तो पार्टी को आने वाले चुनाव में सहयोग करेंगे उन्हें टिकट की कोई लालसा नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस सरकार बनाती है और हरीश रावत मुख्यमंत्री बनते हैं तो उन्हें स्वीकार होगा क्योंकि इससे पहले वह अपने से उम्र में छोटे और अनुभव में कम मुख्यमंत्रियों के साथ भी काम कर चुके हैं । मुख्यमंत्री बनने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि जब भाजपा में शामिल हुए थे तो उन्हें पता था कि यह लोग मुझे सीएम नहीं बनाएंगे इसलिए त्रिवेंद्र सिंह रावत की बातें मानी थी।
इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और उत्तराखंड के मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि तीरथ सिंह रावत की कॉलेज के दिनों में उन्होंने मदद की है। 3 साल तक उन्हें पाला है। मैंने उन्हें छात्र संघ का चुनाव लड़ाया। उन्होंने कहा कि पुष्कर सिंह धामी जब विधायक थे तो मेरे पास चार-चार घंटे बैठे थे। उन्होंने कहा कि जब वह चुनाव में उतरते हैं तो जनता उनके काम को देख कर मतदान करती है।