हल्द्वानी: विधान सभा चुनाव से पहले एक बार फिर पाला बदलने का खेल शुरू हो गया है । साल 2017 से पहले भाजपा में शामिल हुए कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य जो की नैनीताल के विधायक हैं, उन्होंने सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली है । इस संदर्भ में उनका स्वागत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कहते हैं कि आज ऐसा लग रहा है मानों हमारे शरीर का एक हिस्सा जो की किसी कारण से हमसे अलग हो गया था वह वापस आ गया है।
वो भी ऐसे वक्त पर जब हमारे सामने ढ़ेरों चुनैतियां हैं । उन्हें बहुत खुशी हैं कि यशपाल आर्य और उनके पुत्र जिन्होंने खुद की एक राजनैतिक शख्सियत अपने बलबूते बनाई हुई है, जिससे उन्हें पूरे उत्तराखण्ड में जाना जाता है। उन्होंने कांग्रेस का हाथ पकड़ कर अपना योगदान एक बार फिर देने की सोची है। आगे रावत कहते हैं कि आज अगर उत्तराखण्ड में कांग्रेस इतनी बड़ी शक्ति है तो इसका पूरा श्रेय यशपाल आर्य को ही जाता है ।
रावत ने बताया कि जब कांग्रेस में वापसी से पहले यशपाल और राहुल गांधी के बीच बातचीत हुई तो राहुल गांधी ने आर्य से सवाल पूछा की क्या अंतर है दोनों पार्टियों में तो इसका जवाब यशपाल ने दिया कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र है। हम आपनी बात सबल तरीके से खुल कर के रख सकते हैं । दूसरा अंतर यह बताया की कांग्रेस दिल से दलित , गरीब और जरूरतमंदो की सहायता करता है ना की उसे दूसरी पार्टियों की तरह एक शो -पीस के जैसे इस्तेमाल करता है ।
हरीश रावत कहते हैं कि हमारी लड़ाई केवल सत्ता के लिए नहीं है । कांग्रेस के मूल तत्व हिन्दुस्तान की स्थापना करना है और इन्हीं मूल तत्वों के लिए आज यशपाल आर्य एक सैनिक की तरह अपना योगदान देने आए हैं । जिस समय उत्तराखण्ड में लोकतंत्र बचाने की लड़ाई चल रही थी राष्ट्रपति शासन लगाया गया था उस घड़ी में सबसे ज्यादा साथ यशपाल आर्य ने ही दिया था ।