देहरादून: प्रदेश में वर्तमान में कुल 13 जिले हैं। कई बार ये मांगें उठी हैं कि विशेषतौर पर जिलों की संख्या बढ़ाई जाए। कुछ इलाकों के लोग भी लगातार जिले की मांग करते रहे हैं। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने इसी मुद्दे पर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी तो दो साल में नौ नए जिले बनेंगे।
कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत ना सिर्फ जमीन पर उतरकर बल्कि सोशल मीडिया से भी लगातार सक्रिय बने हुए हैं। अब उन्होंने गुरुवार को इंटरनेट के जरिये नए जिलों पर भाजपा को घेरा है। हरीश रावत ने कहा कांग्रेस की पार्टी इस काम के लिए चुनावी साल का इंतजार नहीं करेगी।
गौरतलब है कि नए जिलों की मांग लंबे समय से हो रही है। ऐसे में हरीश रावत ने भी इसकी पैरवी करते हुए कहा है कि कांग्रेस सत्ता में आने पर दो साल के भीतर ही नए जिलों पर काम पूरा करेगी। रावत ने कहा कि डीडीहाट, रानीखेत, पुरोला के लोग अपने जिलों के लिए काफी व्यथित हैं।
इसके अलावा हरीश रावत ने यह भी कहा कि नए जिलों को लेकर कोटद्वार, नरेंद्रनगर, काशीपुर, गैरसैंण, वीरोंखाल, खटीमा के नागरिक भी लंबे समय से मांग कर रहे हैं। इन क्षेत्रों को जिले का स्वरूप देना आवश्यक है। हरीश रावत ने साल 2016 को याद करते हुए कहा कि सौ करोड़ की व्यवस्था कर नौ नए जिले बनाने का प्लान था।
मगर तब एक कैबिनेट मंत्री ने नए जिलों का विरोध कर कैबिनेट से इस्तीफे की धमकी दी। इसलिए मामला आगे नहीं बढ़ सका। हरीश रावत ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि वर्तमान सरकार ने इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया। हरीश रावत ने कहा कि यदि वर्तमान सरकार नए जिलों पर फैसला नहीं लेगी तो कांग्रेस शासन के अंतिम वर्ष के लिए इंतजार नहीं करेंगे।