देहरादून: बीती शाम कांग्रेस पार्टी के लिए मुश्किलों की घड़ी लेकर आई थी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ट्वीट के साथ ही पार्टी की व्याकुलता बढ़ती जा रही थी। तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन 24 घंटे के अंदर ही हरीश रावत के तेवर नरम पड़ गए हैं। अब वह अपने ट्वीट को रोजमर्रा के ट्वीट की तरह आम बता रहे हैं।
दरअसल बुधवार को हरीश रावत ने ट्वीट पर पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को कठघरे में खड़ा करते हुए खुद के हाथ पैर बांधे जाने की शिकायत की थी। इसके बाद उनकी मुलाकात उत्तराखंड क्रांति दल के अध्यक्ष के साथ भी हुई। जिससे कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। मगर गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री रावत को आलाकमान ने तलब किया।
मौके देखते ही भाजपा ने कांग्रेस को घेरना शुरू किया तो आनन-फानन में कांग्रेस हाईकमान ने रावत सहित उत्तराखंड के बड़े नेताओं को दिल्ली तलब कर लिया है। इस बीच रावत भी डैमेज कंट्रोल मोड में दिखे। उन्होंने गुरुवार को ट्वीट किया, ”मेरा ट्वीट रोजमर्रा जैसा ही ट्वीट है, मगर आज अखबार पढ़ने के बाद लगा कि कुछ खास है। “
मेरा ट्वीट रोजमर्रा जैसा ही ट्वीट है, मगर आज अखबार पढ़ने के बाद लगा कि कुछ खास है, क्योंकि भाजपा और आप पार्टी को मेरी ट्वीट को पढ़कर बड़ी मिर्ची लग गई है और इसलिये बड़े नमक-मिर्च लगाये हुये बयान दे रहे हैं।@BJP4UK @AAPUttarakhand pic.twitter.com/85HXX4Far2
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) December 23, 2021
उन्होंने आगे लिखा कि “…क्योंकि भाजपा और आप पार्टी को मेरी ट्वीट को पढ़कर बड़ी मिर्ची लग गई है और इसलिए बड़े नमक-मिर्च लगाए हुए बयान दे रहे हैं।” बहरहाल हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह गुरुवार शाम तक दिल्ली पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि शुक्रवार को हाईकमान के साथ बैठक होगी। जिसमें राहुल गांधी भी मौजूद रह सकते हैं।
बता दें कि हरीश रावत ने बीते दिन ट्वीट कर कहा था कि “जिस चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, वहां संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर कर खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है।” उन्होंने लिखा था मन में विश्राम करने की बात आ रही है। लेकिन फिलहाल अब मामला सुलटता नजर आ रहा है।