देहरादून: उत्तराखंड में ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों के लिए अब पुलिस की निगाह से बचना संभव नहीं होगा। हादसों का सबब बनने वाले ओवरस्पीड वाहनों पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश में जल्द ही सड़कों पर हाई वे पेट्रोल पुलिस नजर आएगी। इसके लिए पुलिस इंटरसेप्टर की खरीद कर रही है। साथ ही यातायात पुलिस में 312 नए पदों पर भर्ती का इंतजार किया जा रहा है।
भर्ती होने वाले नए कार्मिकों के सापेक्ष अन्य पुलिस कर्मियों को हाई वे पेट्रोल में शामिल किया जाएगा। प्रदेश में सड़क के सफर को सुरक्षित बनाने के लिए हर स्तर पर कोशिशें की जा रही हैं। पिछले कुछ साल से प्रदेश में सड़क हादसों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। इसकी एक बड़ी वजह वाहनों की तेज रफ्तार होती है। हर दिन होने वाले सड़क हादसों में बेगुनाह लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
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निदेशक यातायात केवल खुराना का कहना है कि हाई वे पेट्रोलिंग के लिए वाहनों की मांग की गई है। इनके जल्द मिलने की संभावना है। इसके साथ ही जल्द ही यातायात पुलिस में भी पुलिस कर्मियों की भर्ती हो जाएगी। ऐसे में मार्च तक हाई वे पेट्रोल पुलिस सड़कों पर नजर आ सकती है।
इसे देखते हुए सड़क सुरक्षा समिति ने राष्ट्रीय राजमार्ग व राज्य राजमार्ग पर दुर्घटनाएं रोकने के लिए विशेष हाइवे पेट्रोल दल का गठित करने के निर्देश जारी किए। इसके साथ ही पुलिस व परिवहन विभाग को इनके लिए जरूरी पदों को सृजित करने को भी कहा गया।
इसी क्रम में पुलिस मुख्यालय को शासन ने 312 पदों पर भर्ती करने को स्वीकृति दी है। इसके अलावा पुलिस सड़क सुरक्षा समिति द्वारा दिए गए बजट से 34 पेट्रोलिंग कार, 50 सिटी बुलेट व आठ इंटरसेप्टर वाहनों के खरीद कर रही है। इसके बाद इनमें से अधिकांश को हाई वे पेट्रोलिंग के लिए तैनात किया जाएगा। पुलिस शहरी क्षेत्रों के मुख्य मार्गों में पेट्रोलिंग का काम करेगी। इससे शहरी क्षेत्रों में तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लग सकेगी।
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