हल्द्वानी: करीब चार महीनों से अपने रोजगार हेतु हक की लड़ाई लड़ रहे एचपी कंपनी के कर्मचारी अब भी डटे हुए हैं। एचपी कंपनी से निकाले गए 500 से अधिक कर्मचारी हल्द्वानी के श्रम भवन में धरने पर बैठे हैं। उन्होंने बुद्ध पार्क के बाहर चाय बनाकर व पकोड़े तलकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
दरअसल सिडकुल स्थित एचपी कंपनी के कई सौ कर्मचारियों की नौकरी अचानक से जा चुकी है। कंपनी द्वारा सिडकुल स्थित प्लांट बंद कर देने से कर्मियों के भविष्य पर संकट गहरा रहा है। एक तरफ घर का भरण पोषण करने की जिम्मेदारी तो दूसरी तरफ नई नौकरी ना मिल पाने की स्थिति में कर्मी परेशान हो रहे हैं।
यही वजह है कि कर्मचारीगण करीब 118 दिन से एचपी श्रमिक संघ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार यानी बीते रोज़ भी हल्द्वानी के तिकोनिया चौराहे पर कर्मियों ने अनोखा प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने सरकार को जगाने के लिए ना सिर्फ पकोड़े तले बल्कि चाय भी बनाई और सब्जियां भी बेचीं।
इस दौरान उक्त कर्मियों ने राज्य सरकार को जमकर कोसा। कर्मचारियों का कहना था कि वह पांच बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर मदद की बात कह चुके हैं। मुख्यमंत्री ने भरोसा तो दिखाया मगर इसका फायदा कुछ भी नहीं मिला। कर्मी कहते हैं कि रोजी रोटी छिनने से सैकड़ों कर्मचारी सड़क पर आ गए हैं।
एचपी मजदूर संघ के अध्यक्ष विनीत कपिल ने कहा कि 30 दिसंबर को वे सभी कर्मचारियों के साथ पीएम मोदी के साथ अपना दुख साझा करेंगे। उनका कहना था कि जबतक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक आंदोलन इसी तरह का जारी रहेगा। इस दौरान कई कर्मचारियों के अलावा एनएसयूआई की टीम भी मौजूद रही।