हल्द्वानी: कुमाऊं के पूर्व कमिश्वर उत्तराखंड कैडर के आईएएस सेंथिल पांडियन को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। वह अब केंद्र में संयुक्त सचिव का पद संभालेंगे। आईएएस सेंथिल पांडियन को आयुष मंत्रालय में संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। उनका कार्यकाल 5 वर्ष व अग्रिम आदेशों तक रहेगा।
आईएएस सेंथिल पांडियन की पहचान राज्य के विख्यात अधिकारियों में होती है जो कानून तोड़ने वालों को सजा देने में बिल्कुल भी वक्त नहीं लगाते हैं। साल 2002 बैच के आईएएस पांडियन का अगस्त 2019 में केंद्र सरकार में डेपुटेशन के लिए सूची बद्ध हो गए थे, अपने काम की वजह से सुर्खियों में रहे। साल 2016 को उन्होंने कुमाऊं में कमिश्नर का पद संभाला था।
इसके बाद उन्हें हेल्थ ढांचे को सुधारने की दिशा में काम किया। यह वही अधिकारी हैं जिन्होंने एनएच 74 घोटाले को उजागर किया था। तकरीबन दो सौ करौड़ से ज्यादा के इस घोटाले में कई अफसरों को निलम्बित किया गया था। बता दें कि भूमि अधिग्रहण के मामले में इस घोटाले में कई अधिकारियों की मिलीभगत उजागर हुई थी। इस मामले में नियमों को ताक पर रखकर भूमि का मुआवजा बेहिसाब बांटा गया था। तब तत्कालीन कुमाऊं कमिश्नर रहे डी सेंथिल पांडियन ने जांच कर इन गड़बड़ियों को उजागर किया था।