रामनगर: प्रदेश में 14 फरवरी को विधानसभा चुनावों के लिए मतदान होना है। जिसके लिए बीती रात कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस ने फिलहाल 53 प्रत्याशियों को मैदान पर उतारा है। पहली लिस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम नहीं है। चर्चा यह थी कि वह डीडीहाट सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हरीश रावत नहीं डीडीहाट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
उल्लेखनीय है कि बीती रात जारी कांग्रेस की पहली लिस्ट में डीडीहाट से प्रदीप सिंह पाल को टिकट मिला है। बता दें कि डीडीहाट विधानसभा सीट पर कांग्रेस को 1984 के बाद से अब तक जीत नहीं मिली है। क्योंकि काफी लंबे समय से डीडीहाट के विधायक भारतीय जनता पार्टी के बिशन सिंह चुफाल हैं, इसलिए कांग्रेस इस सीट पर कोई कोर कसर छोड़ने के मूड में नहीं दिख रही है।
अब हरीश रावत को डीडीहाट से मैदान पर नहीं उतारा गया है। ऐसे में देखना होगा कि कांग्रेस कितनी एकजुटता से घोषित हुए प्रत्याशी को चुनाव लड़ाती है। वहीं, दूसरी तरफ हरीश रावत के चुनावी भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लटक रहा है। डीडीहाट के अलावा नैनीताल जिले की रामनगर सीट एक ऐसी सीट है, जहां से हरीश रावत के चुनावी मैदान में उतरने की लगातार चर्चाएं हो रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पूर्व सीएम हरीश रावत खुद भी रामनगर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। वहीं रणजीत रावत भी रामनगर से चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस ने अभी तक रामनगर सीट से किसी भी प्रत्याशी को चुनावी मैदान पर नहीं उतारा है। रणजीत रावत सल्ट से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। हालांकि वर्ष 2017 में उन्होंने सल्ट सीट को छोड़कर रामनगर से चुनाव लड़ा था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
अप रामनगर सीट पर हरीश रावत और रणजीत रावत में से किसे टिकट मिलेगा यह कुछ दिनों में साफ हो जाएगा। लेकिन चुनावों से पहले पार्टियों के अंदर की लड़ाई भी दिलचस्प होने वाली है। गौरतलब है कि अगर हरीश रावत को रामनगर से प्रत्याशी बनाया जाता है, तो रणजीत रावत को यह सीट छोड़नी पड़ेगी फिलहाल कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी होने के बाद सियासी हलकों में हलचल और तेज हो गई है।