हल्द्वानी: नए साल से पहले उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। कोरोना वायरस के चलते रोडवेज को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था। ऐसे में रोडवेज ने जुलाई 2020 में प्रोत्साहन भत्ते पर रोक लगा दी थी। अब इस रोक को हटा दिया गया है और इससे करीब पांच हजार कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। चालक व परिचालकों समेत तकनीकी कर्मचारियों को एक दिसंबर से प्रोत्साहन भत्ता दिया जाएगा।
नियमित, संविदा व विशेष श्रेणी चालक और परिचालकों को हर माह दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि मिलेगी। यह तब मिलेगी जब बस में न्यूनतम 65 फीसद यात्री होंगे। इसके अलावा विशेष श्रेणी/संविदा चालक व परिचालकों को भी नियमित कर्मियों की तरह रात्रि भत्ता भी मिलेगा और इसकों लेकर आदेश जारी हो गया है।
संविदा व विशेष श्रेणी के चालक-परिचालकों को 26 दिन में मैदानी मार्ग पर 4000 किमी बस संचालन पर 1000 रुपये, 5000 किमी बस संचालन पर 2000 रुपये जबकि 6000 किमी बस चलाने पर 3000 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। पर्वतीय मार्ग पर 25 दिन में 3000 किमी के बस संचालन पर 1000 रुपये, 3500 किमी डयूटी पर 2000 रुपये और 4000 किमी बस संचालन पर 3000 रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
कोरोना के वजह से रोडवेज अपने कर्मचारियों को वेतन देने में भी जूझ रहा था। कर्मचारी संगठनों के दबाव बनाने पर तीन अप्रैल-2021 को प्रोत्साहन भत्ते को आधा देने का आदेश जारी हुआ था। रोडवेज कर्मचारी यूनियन, संयुक्त परिषद, इम्प्लाइज यूनियन लंबे वक्त से प्रोत्साहन भत्ता पूरा देने की मांग कर रही थी। पिछले दिनों तीनों यूनियनों के आंदोलन के ऐलान पर प्रबंधन ने प्रोत्साहन भत्ता फिर से शुरू करने का भरोसा दिया था।
रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया सभी डिपो एजीएम को आदेश दिए हैं कि डयूटी इस तरह लगाए कि सभी को 26 दिन काम करने का मौका मिले। किसी की लगातार 26 दिन तक डयूटी न कराई जाए। चालक व परिचालकों को छह दिन की ड्यूटी के बाद एक दिन का आराम मिले।
आदेश के अनुसार निर्धारित ड्यूटी करने पर छह दिन में मैदानी मार्ग पर 1200 किमी बस संचालन जबकि पर्वतीय मार्ग पर 900 किमी बस संचालन पर एक दिन का अवकाश दिया जाएगा। इस दिन का 200 किमी मैदानी मार्ग पर संचालन की दर पर चालक और परिचालक को भुगतान किया जाएगा। यदि, अवकाश के दिन चालक व परिचालक बस संचालन करते हैं उनके काम को रिकॉर्ड में जोड़ा जाएगा। इसी के साथ तकनीकी कर्मियों को 20 दिन की ड्यूटी पर 2550 रुपये, 22 दिन की ड्यूटी पर 3800 रुपये और 24 दिन की ड्यूटी पर 5100 रुपये प्रोत्साहन भत्ता मिलेगा।