लालकुआं: पूरे प्रदेश के लिए अच्छी खबर है। नैनीताल जिले के लिए यह और भी खास है। लालकुआं में भारत का पहला एरोमेटिक गार्डन (सुरभी वाटिका) तैयार किया गया है। जिसमें करीब 140 सगंध प्रजातियों को लगाया गया है। गौरतलब है कि इस वाटिका की मदद प्रजातियों के शोध, संरक्षण में मिलेगी।
जानकारी के मुताबिक तीन एकड़ एरिया में तैयार की गई सुरभी वाटिका में कुल नौ हिस्से बनाए गए हैं। इस गार्डन में लगाई गई प्रजातियों में मुख्य रूप से तुलसी की 24, हल्दी एवं अदरक की 9, घास की 6 तथा फूलों की 46 प्रजातियां शामिल हैं। विलुप्त हो रही प्रजातियों पर वन अनुसंधान केंद्र ने ज्यादा फोकस किया है।
मुख्य वन संरक्षक संजीव का कहना है कि अलग-अलग राज्यों से लाकर विभिन्न प्रजातियों को यहां लगाया गया है। देश की पहली सुरभी वाटिका आजीविका से जुड़े कार्यों के साथ शोध में महत्वपूर्ण रोल निभाएगी। वन क्षेत्राधिकारी मदन बिष्ट ने बताया कि विभिन्न सगंध उपयोगी 140 प्रजातियों का रोपण किया गया है जिसके चलते यह देश का पहला एरोमेटिक गार्डन बन गया है।
मुख्य वन संरक्षक संजीव चतुर्वेदीने इस मौके पर वन अनुसंधान केंद्र द्वारा गार्डन तैयार करने की उद्देश्य साझा किया। उन्होंने बताया कि कई पौधे पर्यावरण प्रदूषण को कम करने, वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने और आसपास के वातावरण को सुगंधमय बनाने के लिए लगाए जा रहे हैं। आदगे चलकर पौधों को लालकुआं और आसपास के क्षेत्र के लोगों को बांटे जाने का भी प्लान है। बता दें कि देश के दूसरे नंबर के इस फाइकस गार्डन में 121 फाइकस प्रजाति के पौधे लगाए गए हैं।