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भारत के घरेलू क्रिकेट फॉर्मेट में बदलाव, मैच से पहले नहीं होगा टॉस


Indian Domestic Cricket: New Domestic Cricket Rule: CK Naydu Cricket Tournament:

भारत में लगभग हर घर का पसंदीदा खेल है क्रिकेट। दशकों से इस खेल ने सभी भारतवासियों के दिल में अलग से जगह बनाई है। बदलते समय के साथ इस खेल के नियमों में भी कई बदलाव आए हैं। यह सभी बदलाव IPL और अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में तो दिखते ही हैं। अब एक बड़ा बदलाव घरेलु क्रिकेट के फॉर्मेट में भी किया गया है। बता दें कि BCCI के सचिव जय शाह ने 2024-25 सीज़न के लिए घरेलू क्रिकेट कैलेंडर की मुख्य विशेषताओं की घोषणा करते हुए इस बात की जानकारी दी है।

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अब नहीं होगा मैच से पहले टॉस

दरअसल अब सी.के. नायडू क्रिकेट टूर्नामेंट में मैच से पहले टॉस नहीं होगा। जी हाँ, यह आश्चर्यजनक निर्णय खेल स्तर को बढ़ाने के लिए BCCI द्वारा लिया गया है। सी.के. नायडू अंडर-23 क्रिकेट प्रतियोगिता रणजी से बस एक पायदान नीचे है। ऐसे में कई घरेलू टीम अपनी पिच को अच्छे से पहचानती हैं। साथ ही मैच जीतने के लिए पिचों से होने वाली छेड़छाड़ के भी कई मामले सामने आते हैं। देखा गया है कि घरेलू टीम अपने अनुभव और लोकल समर्थन के साथ मैदान पर खासकर पिच पर अपना नियंत्रण बना लेती हैं। इससे उनके टूर्नामेंट जीतने की भी संभावनाएं ,कई गुना बढ़ जाती हैं। लेकिन BCCI के इस निर्णय के बाद अब मेहमान टीम को पहले बल्लेबाज़ी या गेंदबाजी चुनने का मौका दिया जाएगा।

इसलिए लिया गया निर्णय

जय शाह के बयान को समझें तो उनका कहना था कि टीमें कई पैतरे लगाकर मैच अपने नाम कर लेती हैं। यह एक-एक मैच उन्हें आगे चलकर पूरा टूर्नामेंट जिता देता है। सी.के. नायडू टूर्नामेंट भले ही रणजी से एक पायदान नीचे है लेकिन घरेलू क्रिकेट में इसका बहुत महत्त्व है। मेहमान टीम को मिलने वाले इस एडवांटेज से सभी टीमों को अलग-अलग जगह खेलने पर एक सी प्रारम्भिक स्थिति उपलब्ध होगी। बता दें कि भारत से पहले घरेलू क्रिकेट में टॉस ना कराने के निर्णय इससे पहले इंग्लैंड ले चूका है।

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