हल्द्वानी: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कैंची धाम ट्रस्ट ने बड़ा फैसला लिया है। ट्रस्ट ने धाम में होने वाले वार्षिक मेले के आयोजन को लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रद्द कर दिया है। कुंभ के बाद उत्तराखंड में जो हालात पैदा हुए उसने सभी को डरा कर रख दिया है। इसके अलावा लापरवाही के लिए पूरे देश में उत्तराखंड की किरकिरी भी हुई। देहरादून में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों का एक कारण कुंभ को भी माना गया। वहीं कैंची में वर्षिक मेले का आयोजन कुमाऊं में कोरोना वायरस के खतरे को बढ़ा सकता हैं, इसलिए मेले का आयोजन करने से ट्रस्ट ने इंकार कर दिया है।
कैंची धाम मेले में देश विदेश से हर साल लाखों लोग हिस्सा लेने आते हैं। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल हालात के हिसाब से मेले के संबंध में फैसला लेने की बात कही थी। हालात अच्छे नहीं है तो प्रशासन ने ट्रस्ट को लगातार दूसरे साल कैंची मेले को आयोजित न करने की सलाह दी है।
बता दें कि कैंची धाम नीम करौली बाबा धाम में हर साल 15 जून को मेला लगता है। देश के हर प्रांत से भक्तजन यहां पहुंचते थे। मेले को लेकर भक्तों मे काफी उत्साह बना रहता था। इतना ही नही इस मेले में विदेशों से भी कई भक्त आते थे। कोरोना वायरस के चलते पिछले साल नीम करौली बाबा के कैंची धाम में मेले का आयोजन नहीं हुआ था और ऐसा ही इस बार भी होने वाला है।