हल्द्वानी: कर्नल सीके नायडू टूर्नामेंट का आगाज हो गया है। उत्तराखंड अपना पहला मुकाबला मुंबई के खिलाफ खेल रहा है। उत्तराखंड की कमान हल्द्वानी गौलापार निवासी कमल सिंह कन्याल के हाथ में सौंपी गई है। पहले ही मैच में कमल ने सीएयू के इस फैसले को सही साबित किया है। कमल के बारे में बात करने से पहले मुकाबले पर एक नजर डालते हैं।
पहले दिन उत्तराखंड के गेंदबाजों ने मुंबई को ऑल आउट तो किया लेकिन दिन का खेल खत्म होने तक उत्तराखंड की हालात खराब हो गई थी। मुबंई ने पहली पारी में 276 रन बनाए। मुंबई की ओर से दिव्यांश 52 और वैभव कलामकार ने 58 रनों की पारी खेली। उत्तराखंड के लिए शाश्वत डंगवाल ने 4 और दीपेश ने 3 विकेट अपने किए।
पहली पारी में बल्लेबाजी करने उतरी उत्तराखंड की शुरुआत किसी बुरे सपने की तरह हुई। टीम ने 50 रन पर 4 विकेट खो दिए थे। हालांकि दूसरे दिन टीम ने वापसी की लेकिन मुंबई को फिर भी बड़ी बढ़त मिल गई। उत्तराखंड के लिए छठे विकेट के लिए कप्तान कमल कन्याल और संजीत सजवाण ने 125 रनों की साझेदारी कर टीम को राहत दी। इस जोड़ी के टूटने के बाद उत्तराखंड की पारी 197 रनों पर ऑल आउट हो गई। उत्तराखंड ने तीन रन पर आखिरी 5 विकेट खोए। बल्लेबाजी में कप्तान कमल कन्याल ने शानदार 91 रनों की पारी खेली। वहीं संजीत ने 45 रन बनाए।
मुंबई के पास अच्छी खासी बढ़त जरूर है लेकिन गेंदबाजों का अच्छा प्रदर्शन उत्तराखंड को टर्निंग ट्रैक पर वापसी करा सकता है।