कसार देवी में कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो: ट्रैवलर्स के लिए एक अनोखा अनुभव

कसार देवी में अकसर टूरिस्ट आकर नज़ारों, हिमालय, मंदिरों, मेडीटेशन व योगा के अलावा यहां की मैग्नेटिक एट्रेक्शन फील्ड का अनुभव लेते हैं। लेकिन दो या तीन दिन बाद उन्हें कुछ नया और अलग करने का मन करता है। ऐसे ही ट्रैवलर्स की खोज कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो आकर खत्म हो जाती है। यह स्टूडियो आपको वो अनुभव देगा, जो शायद उत्तराखंड में कहीं और नहीं मिलेगा।
यह एक अनोखा कॉन्सेप्ट है, जो पहली बार अल्मोड़ा के कसार देवी में लॉन्च किया गया है। यहां एक ही छत के नीचे कई तरह की क्रिएटिव वर्कशॉप्स आयोजित की जाती हैं। अगर आप अपने हाथों से मोमबत्तियां बनाना चाहते हैं, उसके बेसिक्स सीखना चाहते हैं, तो यहां आ सकते हैं। अगर आप खुद अपने हाथों से मफलर बनाना चाहते हैं, हैंडलूम पर वीविंग टेक्निक्स सीखना चाहते हैं, तो यह जगह आपके लिए परफेक्ट है। अगर आप उत्तराखंड की पारंपरिक ऐपण कला का हुनर सीखना चाहते हैं, तो यहां आना ज़रूरी है। पुराने कपड़ों से नई तरह की फैब्रिक ज्वेलरी बनाना चाहते हैं या मिट्टी के बर्तन बनाना सीखना चाहते हैं, तो भी यह स्टूडियो आपका स्वागत करता है।
अगर आपके साथ बच्चे हैं, तो उनके लिए भी यहां ढेरों क्राफ्ट वर्कशॉप्स हैं, जो उन्हें पूरी तरह से व्यस्त रखेंगी। यहां गांधी जी वाला चरखा भी है, जिसे चला कर ध्यानमग्न हो सकते हैं। स्टूडियो की खिड़कियों से आप शानदार हिमालय दर्शन का आनंद भी ले सकते हैं।
कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो की वर्कशॉप्स की खासियत
वैसे तो यहां एक क्राफ्ट वर्कशॉप दो घंटे की होती है, लेकिन यहां की ऐसी वाइब्स हैं कि आपको दिनभर यहीं रुकने का मन करेगा। सबसे खास बात यह है कि आपको सिखाने के लिए कोई बाहर का ट्रेनर नहीं आता, बल्कि स्थानीय ग्रामीण महिलाएं ही आपको यह सब सिखाएंगी। यह स्टूडियो महिला सशक्तिकरण का एक ऐसा केंद्र है, जहां कारीगर, क्राफ्ट्स और ट्रैवलर्स का संगम देखने को मिलता है।
क्यों खास है कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो
वर्कशॉप की शुरुआत में आपका स्वागत हर्बल टी और मंडुए के बिस्किट से किया जाएगा। दो घंटे की वर्कशॉप में हर विधा के इतिहास से लेकर मार्केटिंग तक की तकनीक आपको सिखाई जाएगी। सबसे अच्छी बात यह है कि आप जो भी सामान बनाएंगे, उसे अपने साथ ले जा सकते हैं। जैसे अगर आपने मोमबत्ती बनाई, मफलर बुना या ऐपण कला में हाथ आजमाया, तो उसे अपने घर ले जाकर शान से अपने मित्रों और परिवार को दिखा सकते हैं।
महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम
यह स्टूडियो स्थानीय महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक उत्थान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यहां कार्यरत महिलाएं अपने हुनर को न केवल और बेहतर बना रही हैं, बल्कि इसे अपनी आजीविका का साधन भी बना रही हैं।
स्थानीय कारीगरों को मंच: गांव की महिलाएं अपने पारंपरिक क्राफ्ट को यहां सिखाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं।
आर्थिक स्वतंत्रता: यह प्रोजेक्ट महिलाओं को अपने हाथ के हुनर से आर्थिक रूप से मजबूत बना रहा है।
सस्टेनेबल आजीविका: जो महिलाएं पहले केवल घरेलू कार्यों तक सीमित थीं, वे अब अपने बनाए उत्पादों को बेचकर अच्छी कमाई कर रही हैं।
सामाजिक सशक्तिकरण: इस केंद्र के माध्यम से महिलाएं अपनी प्रतिभा दिखाने के साथ-साथ आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो में स्वाद और अनुभव एक साथ
अगर वर्कशॉप के दौरान आपको हल्की भूख लगे, तो यहां मैगी, बर्गर, चाउमीन, फ्रेंच ब्रेकफास्ट और लोकल पहाड़ी फूड का भी आनंद लिया जा सकता है। यहां एक सेल्फी पॉइंट भी है, ताकि आपकी यादें हमेशा के लिए कैद हो सकें। साथ में आए परिजनों के लिए बुक कॉर्नर भी है, जहां वे शांत वातावरण में किताबों का आनंद ले सकते हैं।
लोकल क्राफ्ट्स की शॉपिंग का लीजिए मज़ा
अगर आप क़सार देवी से कोई यादगार तोहफ़ा लेकर जाना चाहते हैं, तो कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो की लोकल क्राफ्ट्स की दुकान (सुवेनियर शॉप) ज़रूर देखें। यहां आपको हस्तनिर्मित कपड़े जैसे पशमीना शॉल, मफलर, स्टोल्स, सुगंधित मोमबत्तियां, हर्बल टी, लोकल प्रोड्यूस, हर्बल साबुन, पारंपरिक ऐपण कला, मिट्टी के बर्तन और इको-फ्रेंडली फैब्रिक ज्वेलरी जैसी अनूठी चीजें मिलेंगी। हर सामान यहां के स्थानीय कारीगरों और ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाया गया है, जिससे उनकी आजीविका को सीधा सहयोग मिलता है। जब भी आप यहां आएं, अपने सफर की यादों को ताज़ा रखने के लिए इस खास दुकान से एक सुंदर सा तोहफ़ा ज़रूर ले जाएं।
ओपन माइक और लाइव म्यूज़िक भी शामिल
अगर आपको कुछ कहना, सिखाना या सीखना है, तो यहां का ओपन माइक सेशन आपके लिए बेस्ट रहेगा। यह सेशन पर्यटकों को स्थानीय महिलाओं से घुलने-मिलने और उनकी कहानियां सुनने का अवसर देता है। इसके अलावा, कई बार लाइव म्यूजिक और पॉप-अप इवेंट्स भी यहां आयोजित किए जाते हैं।
मधुमक्खी पालन (बीकीपिंग) वर्कशॉप
अगर आप कुछ अनोखा सीखना चाहते हैं, तो बीकीपिंग वर्कशॉप का हिस्सा बन सकते हैं। इसके लिए आपको गांव जाकर एक बी-कीपिंग एक्सपर्ट के साथ तकरीबन चार घंटे बिताने होंगे। इस वर्कशॉप के बाद आपको मधुमक्खियों के बारे में एक नई समझ मिलेगी और आप खुद भी मधुमक्खी पालन के लिए प्रेरित हो सकते हैं।
कैसे करें कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो में वर्कशॉप की बुकिंग और संपर्क
कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो में वर्कशॉप्स की बुकिंग पहले से कराना ज़रूरी है, ताकि व्यवस्थाओं में कोई दिक्कत न हो।
बुकिंग के लिए संपर्क करें:
पता – मटेना, कसार देवी, अल्मोड़ा, उत्तराखंड
फोन – 9625689172
वेबसाइट – www.kartavyakarma.org
तो अगली बार जब भी आप कसार देवी आएं और कुछ नया, यादगार और खास अनुभव करने की चाहत हो, तो कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो आपकी यह तलाश पूरी करेगा। यह सिर्फ एक वर्कशॉप स्पेस नहीं, बल्कि एक अनोखी दुनिया है जहां आप उत्तराखंड की पारंपरिक कला, हस्तशिल्प और संस्कृति को करीब से समझ सकते हैं। यहां आकर आप न सिर्फ क्राफ्ट वर्कशॉप्स में भाग लेंगे, बल्कि यहां की लोकल महिलाओं के साथ मिलकर उनके हुनर को महसूस करेंगे, उनकी कहानियां सुनेंगे और उनके साथ मिलकर एक नया अनुभव पाएंगे। यह स्टूडियो सिर्फ कुछ घंटे बिताने की जगह नहीं, बल्कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो आपको इस पहाड़ी जीवन की गहराई तक ले जाता है। यहां की हर वर्कशॉप आपको खुद के हाथों से कुछ नया और सुंदर बनाने का मौका देगी, जिसे आप अपने साथ एक यादगार तोहफे के रूप में लेकर जा सकते हैं। यहां आने के बाद आपको अहसास होगा कि कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो सिर्फ एक वर्कशॉप स्पेस नहीं, बल्कि एक जगह है जहां कला, कारीगर, पर्यटक और पहाड़ की आत्मीयता एक साथ मिलती है।
तो अगली बार जब भी आप कसार देवी आएं, मंदिरों के दर्शन और हिमालय की खूबसूरती के अलावा कुछ नया अनुभव करने की इच्छा हो, तो कर्तव्य कर्मा एक्सपीरियंस स्टूडियो में जरूर आएं और उत्तराखंड की समृद्ध कला, संस्कृति और महिलाओं के हुनर से जुड़े इस अनोखे सफर का हिस्सा बनें।
