ऋषिकेश: उत्तराखंड के युवा आज हर क्षेत्र में देवभूमि का नाम रोशन कर रहे हैं। देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अपने प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले उत्तराखंड के युवा न केवल अपनी काबिलियत का प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि देवभूमि के नाम का परचम भी लहरा रहे हैं। अपनी काबिलियत और मेहनत से उत्तराखंड का युवा वर्ग नए-नए मुकाम हासिल कर रहा है। खासकर की उत्तराखंड राज्य की बेटियां लगातार हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपना नाम सफल लोगों की सूची में दर्ज करा रही हैं। शिक्षा से लेकर खेल तक, हर जगह लड़कियां जीत का डंका बजा रही हैं। वहीं उत्तराखंड की बेटी कात्यायनी शर्मा कंडवाल ने दिल्ली न्यायिक सेवा- 2019 की परीक्षा में सामान्य वर्ग से वरीयता सूची में दूसरी रैंक प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया है।
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प्रगतिविहार ऋषिकेश निवासी कात्यायनी शर्मा पत्नी प्रांशु शशि कंडवाल ने दिल्ली न्यायिक सेवा परीक्षा-2019 में द्वितीय रैंक प्राप्त की है। 28 अगस्त 1991 को गोपेश्वर में पैदा हुई कात्यायनी ने प्राइमरी एवं हाईस्कूल शिक्षा सेंट थॉमस कॉन्वेंट स्कूल पौड़ी, इंटरमीडिएट शिक्षा रिवर डेल स्कूल देहरादून से प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने एनएलआईयू भोपाल से बीए, एलएलबी और आईएलआई दिल्ली से एलएलएम किया। इसके बाद वे न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारी करती रहीं। वे भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल की बहू हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय पिता स्व. मदनमोहन सुंदरियाल, शिक्षा विभाग उत्तराखंड में अध्यापिका रही माता कुसुम सुंदरियाल, सास कुसुम कंडवाल, ससुर सेवानिवृत्त वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शशि कंडवाल और अपने पति प्रांशु शशि कंडवाल को दिया है।
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