ऋषिकेश: सपनों की दिशा में उड़ान भरने के लिए अब बच्चे इंतजार नहीं करते बल्कि वह बचपन से ही बड़ी छलांग मारना शुरू कर देते हैं। उत्तराखंड के लिए एक अच्छी खबर आई है। एक और बेटे ने नाम रौशन किया है। ऋषिकेश के कौस्तव का चयन देश के एकमात्र राष्ट्रीय भारतीय मिलिट्री कॉलेज (RIMC) के लिए हो गया है। आठवीं कक्षा में पढ़ने वाला कौस्तव देश सेवा करने के लिए भारतीय सेना में अधिकारी बनना चाहचा है। पूरे परिवार में इस सफलता से जश्न का माहौल है।
बता दें कि ऋषिकेश के गंगा नगर में रहने वाले विजय बौंठियाल के बेटे कौस्तव बौंठियाल का चयन आरआईएमसी के लिए हुआ है। विजय खुद भारतीय वायु सेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर सेवा देकर रिटायर हुए हैं। कौस्तव की मां अनीता राजकीय इंटर कॉलेज दिउली नीलकंठ पौड़ी में शिक्षिका हैं। उनके बढ़े भाई आयुष डीएसबी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में नौवीं के छात्र हैं।
फिलहाल डीएसबी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में कक्षा सात उत्तीर्ण करने के उपरांत कौस्तव आठवीं कक्षा में आए हैं। जबकि कौस्तव की प्रारंभिक शिक्षा सेंट थामस पौड़ी में हुई है। बता दें कि साल 1922 में देहरादून में स्थापित हुए राष्ट्रीय भारतीय मिलिट्री कॉलेज की प्रवेश परीक्षा बेहद कठिन होती है। जानकारी के अनुसार कॉलेज में उत्तराखंड से बहुत कम छात्रों का ही चयन होना था।
कौस्तव ने भी प्रवेश के लिए आवेदन किया था। उसने परीक्षा भी दी। इस प्रवेश परीक्षा में 350 बच्चे शामिल हुए। जिनमें भी चार बच्चों ने क्वालीफाई किया था। इन चार बच्चों में भी कौस्तव बौंठियाल ने सर्वाधिक 310 अंक प्राप्त किए। वास्तव में कौस्तव की इस सफलता को देखकर उत्तराखंड के बच्चों पर गर्व होता है। गौरतलब है कि कौस्तव और उसके पूरे परिवार को लगातार बधाई संदेश मिल रहे हैं।