हल्द्वानी: कोटद्वार स्थित नैनीडांडा के भरतपुर गांव में हुई घटना ने पूरे उत्तराखंड को शर्मसार किया है। एक व्यक्ति ने अपने भाई के सिर पर पत्थर से वार कर हत्या कर दी। मृतक अपनी पत्नी की हत्या भी कर चुका है और दिल्ली जेल में बंद था। कोरोना वायरस के चलते लागू हुए लॉकडाउन में उसे पैरोल मिली थी और वह उत्तराखंड आया था। इस घटना ने पूरे इलाके कों हिलाकर रख दिया है।
जानकारी के अनुसार कोटद्वार के नैनीडांडा के गांव भरतपुर के निवासी विरेंद्र सिंह का शव घर से कुछ दूर मिला। स्थानीय लोगों ने हत्या की सूचना धुमाकोट थाना पुलिस को दी जिसके बाद प्रभारी ने टीम सहित घटना का मौका मुआयना किया। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस को जांच में चला कि विरेंद्र सिंह का अपने भाई अनूप के साथ विवाद हुआ था। पुलिस को अनूप पर शक था तो उन्होंने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार ली।
पुलिस को अनूप ने बताया कि वीरेंद्र दिल्ली में रहता था। वह अपनी पत्नी की हत्या के जुर्म में जेल में बंद था लेकिन लॉकडाउन के दौरान उसे पैरोल मिल गई । इसके बाद वह बच्चों के साथ कोटद्वार घर आ गया। दोनों भाइयों के संबंध अच्छे नहीं थे और रोजाना विवाद होता था। विरेंद्र का आरोप था कि अनूप ने उसे जेल से छुड़ाने के लिए कुछ नहीं किया। गुरुवार रात भी इसी तरह मामलों पर दोनों के विवाद हो गया। दोनों ने शराब पी हुई थी। नशे में मारपीट हुई और इस दौरान अनूप ने अपने भाई वीरेंद्र के सिर पर पत्थर से वार कर दिया जिससे वीरेंद्र की मौत हो गई । अनूप ने बताया कि वह वीरेंद्र को घसीटते हुए घर से कुछ दूर लाया और शव को छोड़कर चला गया। पुलिस ने अनूप के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।