हल्द्वानी: हाईकोर्ट के एक आदेश ने हल्द्वानी गफूर बस्ती, बनभूलपुरा के लोगों की नींद उड़ा दी है। अतिक्रमण हटाने के आदेश के बाद से ही हल्द्वानी शहर का एक हिस्सा घर में रहने नहीं बल्कि सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गया है। कहीं दुआएं पढ़ी जा रही हैं तो कहीं विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पांच जनवरी को मामले पर फैसला करने की बात कहकर राहत दी है मगर पुलिस और प्रशासन की दिन दुनी रात चौगुनी होती तैयारियों से माहौल दहशत से भरा है।
हल्द्वानी में रेलवे की भूमि से अतिक्रमण हटाने के हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस व जिला प्रशासन के साथ साथ रेलवे के अधिकारियों ने भी तैयारी पूरी कर ली है। अब तो कुमाऊं आईजी नीलेश आनंद भरणे ने भी अपनी बातों से स्पष्ट कर दिया है कि हल्द्वानी शहर अभी कुछ और दिन शोर शराबे के बीच ही जिंदगी गुजारने वाला है। दरअसल, आईजी भरणे ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि पुलिस हर परिस्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है।
आईजी भरणे ने मीडिया को बताया कि बनभूलपुरा के लिए पैरामिलिट्री फोर्स सहित कुल 5000 सिपाही युक्त फोर्स की मांग की गई है। गढ़वाल से 1000 और कुमाऊं से 800 जवानों की फोर्स यहां तैनात करने का प्लान बनाया गया है। उन्होंने बताया कि फोर्स में महिलाएं व पुरुष सिपाही रहेंगे। आठ जनवरी तक फोर्स आने की संभावना है। उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस भड़काऊ भाषण, क्षेत्र में होने वाली गतिविधि से लेकर सोशल मीडिया तक पैनी नजर बनाए हुए है।
आपको बता दें कि मामले की ज़द में आ रहे क्षेत्र में लाउडस्पीकर भी लगा दिए गए हैं। हल्द्वानी का नाम भी इन दिनों ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा है। घटनाक्रम कैसा होगा, ये तो नहीं कहा जा सकता। मगर पुलिस अंदाजा लगाते हुए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। यही बातें आईजी भरणे ने भी साफ कर दी हैं।