नैनीताल: कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने हल्द्वानी के बाद अब नैनीताल में अवैध निर्माण पर वार कर रहे हैं। उन्होंने सोमवार को अचानक सचिव जिला विकास प्राधिकरण, उप जिलाधिकारी नैनीताल एवं नगर पालिका के अधिकारियों के साथ ग्रीन बैल्ट क्षेत्र नैनीताल शहर के सीमेंट कम्पाउन्ड,पाइन्स गार्डन, बिड़ला चुंगी, आयरपाटा क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया। आगे पढ़ें…
निरीक्षण के दौरान ग्रीन बेल्ट पर धड़ेले से हो रहे अवैध निर्माण पर कुमाऊं कमिश्नर की नजर पड़ी। उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए सचिव जिला विकास प्राधिकरण को निर्देश दिए है कि जिन क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया व निरीक्षण के दौरान ग्रीन बैल्ट मे जितने प्रथम चरण के कमर्शियल अवैध निर्माण हुए है उन्हे चिन्हित करते हुए यह सुनिश्चित करें कि उनमें चालान कब किए गए हैं यदि चालान किए गए है तो अभी तक सील क्यों नहीं किए गए। यदि सील किए गए हैं तो क्या सील के दौरान भी उनमें निर्माण कार्य होता रहा। यदि निर्माण कार्य होता रहा तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं हुई, या कब होगी, और अवैध निर्माण पर ध्वस्तीकरण की अभी तक कार्यवाही क्यों नहीं की गई सुस्पष्ट आख्या तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। आगे पढ़ें…
आयुक्त ने कहा कि नैनीताल पर्यावरण के दृष्टिगत से बड़ा ही संवेदनशील क्षेत्र है और कई जगहो पर भूस्खलन जैसी घटनाएं भी हो रही है। इसका यह भी बहुत बड़ा कारण है की ग्रीन बेल्ट में जो अवैध निर्माण के धड़ल्ले से कार्य हो रहे है जिससे शहर में अत्यधिक दबाव बन रहा है इस लिए ग्रीन अयारपाटा क्षेत्र का जो निरीक्षण किया गया। उन्हें चिन्हित करने के निर्देश सचिव जिला विकास प्राधिकरण को दिए गए। आगे पढ़ें…
कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि अयारपाटा ग्रीन बेल्ट मे निर्माण कार्य की अनुमति नहीं है। यहां पर जो भी निर्माण कार्य किए जा रहे हैं वह बिना अनुमति के अवैध निर्माण ही किये जा रहे है। ऐसे निर्माणो को चिन्हित करते हुए शीघ्र ही सचिव जिला विकास प्राधिकरण को निर्देश दिए गए है की तत्काल ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इस मौके पर सचिव जिला विकास प्राधिकरण पंकज उपाध्याय , उप जिलाधिकारी राहुल शाह,जिला विकास प्राधिकरण परियोजना अभियन्ता एलएम साह,जेई मेहर सिह , हिमांशु त्यागी, नगर पालिका आदि उपस्थित थे।