नैनीताल: भारत रत्न और बॉलीवुड की लेजेंडरी सिंगर लता मंगेशकर का रविवार को निधन हो गया। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। भारत में राष्ट्रीय शोक भी घोषित किया गया है। उत्तराखंड राज्य भी खासकर इस दुख में डूबा हुआ है। बता दें लता मंगेशकर ने एक बार गढ़वाली फिल्म का गाना बिना फीस लिए गया था। गौरतलब है कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर को पहाड़ों से खासा लगाव रहा है।
बता दें कि साल 1990 में गढ़वाली फिल्म रैबार रिलीज हुई थी। फिल्म पलायन की समस्या पर आधारित थी। इस फिल्म में लता मंगेशकर ने एक गाना ‘मन भरमैगे मेरी सुध -बुध ख्वे गे’ गाया था। इस गाने को आज भी लोग खासा पसंद करते हैं। जानकार बताते हैं कि लता मंगेशकर ने इस गाने के लिए एक भी रुपया नहीं लिया था। बल्कि गाने के लिए जो पैसा उनको दिया जाना था, उन्होंने गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए दान किया था।
बता दें कि इस गाने की रिकॉर्डिंग 4 अक्टूबर 1988 को मुंबई में की गई थी। रिकॉर्डिंग खत्म होने के बाद निर्माता किशन पटेल ने जब लता मंगेशकर को चेक सौंपा तो उन्होंने इसे लेने से मना कर दिया। इसके बजाय उन्होंने इसे एक संस्था को डोनेट करवा दिया। संगीतकार कुंवर बावला ने बताया कि फीस कितनी थी उस बारे में जानकारी नहीं है। लेकिन लता दीदी ने चेक खुद नहीं लेकर संस्था को डोनेट कर दिया था।
उल्लेखनीय है कि लता मंगेशकर की आवाज में गाए गए इस गाने के बोल देवी प्रसाद सेमवाल ने लिखे हैं और कुंवर सिंह रावत यानी कुमार बावला ने इस में संगीत दिया। बता दें कि यह एकमात्र गढ़वाली गीत है जो लता मंगेशकर ने गाया था। इस गीत को फिर से निर्माता-निर्देशक अनु जोशी ने फिल्म आया था।