हल्द्वानी: बीते 16 अगस्त को नैनीताल में नोएडा निवासी पर्यटक दीक्षा मिश्रा की मौत का मामला सामने आया था। वह 15 अगस्त को अपना जन्मदिन मनाने के लिए नैनीताल पहुंची थी। उसके साथ 3 साथी और थे। नैनीताल पहुंचने से पहले सभी लोग रामनगर के रिजॉर्ट में रुके थे। 15 अगस्त को जन्मदिन मनाने के बाद सभी लोग अपने कमरे में चले गए थे। दूसरे दिन दीक्षा के साथ आई महिला ने उनके कमरे को खुला देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई, कमरे में दीक्षा का शव पड़ा था। वह अपने पुरुष मित्र के साथ नैनीताल पहुंची थी। वह कमरे से फरार था।
दीक्षा के साथियों ने फरार इमरान के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज कराया था। आरोपी इमरान दीक्षा के साथ नोएडा में रहता था। दीक्षा का तलाक हो गया था। उसकी 11 साल की एक बेटी भी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी इमरान को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया जो नोएडा भाग गया था। आरोपी ने नैनीताल पहुंचकर अपना जुर्म भी कबूला।
इस मामले में होटल और रिजॉर्ट की कमियां भी सामने आई हैं। दोनों कपल्स ने रामनगर व नैनीताल दोनों ही जगह होटल में कमरा बुक करवाने के दौरान उन्होनें सिर्फ दो ही आईडी लगाई थी। जिसपर रामनगर रिजॉर्ट व नैनीताल के होटल पर बिना आईडी के कमरा देने पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी। इस वजह से आरोपी की पहचान पहले सामने नहीं आई थी। पहले सभी आरोपी को ऋषभ तिवारी के नाम से जान रहे थे। दीक्षा के परिजनों के माध्यम से पता चला कि आरोपी का नाम ऋषभ नहीं इमरान है। पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि दीक्षा के कहने पर उसने अपना नाम बदला था।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि लगभग दो महीने से दीक्षा और उसकी अनबन चल रही थी और वह दीक्षा से पीछा छुड़ाना चाहता था। वहीं दीक्षा के जन्मदिन की पार्टी की रात भी दोनो की आपस में किसी बात को लेकर कहासुनी हुई और कहासुनी बढ़ते बढ़ते हाथापाई व धक्का मुक्की में बदल गई। धक्का लगने से दीक्षा का सर बेड के कोने से जा टकराया और इस दौरान उसने आवेश में आकर दीक्षा की गला दबाकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद इमरान को जेल भेज दिया है।