नैनीताल: सरोवर नगरी में पिछले हफ्ते तक पर्यटकों की आमद बढ़ती ही चली जा रही थी। सड़कों से लेकर होटल व गेस्ट हाउस पैक हो गए थे। कारोबारियों को उम्मीद थी कि ये सीजन की शुरुआत होने का अंदेशा है। मगर इस हफ्ते पूरी की पूरी तस्वीर ही बदल गई है। बाहर से आने वाले पर्यटक तो छोड़िए, आसपास के लोग भी ज्यादा संख्या में नजर नहीं आ रहे हैं। शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है।
गौरतलब है कि बीते हफ्ते पर्यटकों ने बड़ी संख्या में नैनीताल का रुख किया था। अगर हम अमुमन तौर की बात करें तो शुक्रवार शाम से ही अन्य राज्यों से आने वाले सैलानियों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। रविवार दोपहर तक ये सिलसिला जारी रहता है। मगर इस बार ऐसा देखने को कतई नहीं मिला।
हालांकि पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन ने पिछले हफ्ते को देखते हुए इस बार के लिए और भी अच्छे इंतजाम किए थे। मगर ये सारी प्लानिंग धरी की धरी रह गई। शनिवार को बहुत ही कम संख्या में सैलानी नैनीताल पहुंचे। हालांकि कारोबारी कह रहे थे कि लोकल पर्यटक दरूर आएंगे। लेकिन सच यही है कि पूरे शहर में गिने चुने पर्यटक ही घूमते हुए देखे गए।
जहां पिछले हफ्ते शहर में कदम रखने की जगह नहीं थी। वहीं इस हफ्ते शहर के तमाम होटल और रिसॉर्ट खाली होने के साथ ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। जिससे पर्यटन कारोबारी भी खासे निराश नजर आए। पर्यटन कारोबारियों की मानें तो इसमें बड़ी गलती जिला व पुलिस प्रशासन की है।
कारोबारियों का कहना है कि पर्यटक पिछले हफ्ते की अव्यवस्थाओं को देखकर घबरा गए। साथ ही उन्हें ऐसा मैसेज गया कि नैनीताल बिल्किुल फुल हो चुका है। इसी वजह से अचानक पर्यटकों की आमद घट गई है। बहरहाल कारोबारियों ने जिला प्रशासन से पर्यटन वाहनों की पार्किंग समेत अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की मांग की है।