Help For Manisha Kuniyal Of Chamoli:
धरती पर कहीं स्वर्ग माना गया है तो वो हमारे राज्य देवभूमि उत्तराखंड को। हमारे राज्य को केवल पहाड़ों और बादलों के कारण स्वर्ग नहीं कहा गया है इसे स्वर्ग बनाती है हम उत्तराखंड वासियों की अशेष भलमनसाहत, मानवीय मूल्यों का वास, सहायक और निश्छल प्रवृति। आज के इस युग में हर कोई किसी न किसी व्यक्ति या वास्तु पर निभृत है लेकिन हमारे मन में उत्पन्न होने वाले सद्भाव अगर किसी पर निर्भर करते हैं तो वो हैं हमारे सत्कर्म। देवों की भूमि उत्तराखंड में देवताओं का आशीर्वाद सभी पर बना रहता है और जब देवतागण मनुष्यों की परीक्षा लेते हैं तब उस परीक्षा में उपस्थित होना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इस समय हमारी प्राथमिकता है चमोली जिला की रहने वाली 19 वर्षीय मनीषा कुनियाल का उपचार और उनके स्वास्थ्य में सुधार।
मानवता वह शक्ति है जो ना बहलाई जा सकती है और ना ही विवश की जा सकती है, यही मानवता हमें औरों के दुःख और उनकी परिस्थिति समझने में यथासंभव सहायता करती है। आपको बता दें कि चमोली जिले के देवाल विकासखण्ड के उलंग्रा गांव की रहने वाली 19 वर्षीय बेटी मनीषा कुनियाल पुत्री जगदीश कुनियाल का 23 फरवरी को देहरादून जिले के झाझरा क्षेत्र में एक तेज रफ्तार बाइक के साथ एक्सीडेंट हो गया। एक्सीडेंट इतना दयनीय था कि सिनर्जी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराने पर भी चिकित्सकों ने उसे ग्राफिक एरा मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया है। चिकित्सकों ने प्राथमिक जांचों के बाद बताया कि मनीषा के सिर में मल्टीपल फेक्चर, कूल्हे की हड्डी में फेक्चर, पसलियों में फैक्चर होने के साथ ही उसे कई अंदरूनी चोटें है।
चिकित्सकों ने परिजनों की आर्थिक हालत देखते हुए मनीषा के उपचार का खर्च 14-15 लाख बताया है पर मनीषा का परिवार यह खर्च भी वहन करने में सक्षम नहीं है। अपनी बेटी के उपचार के लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर भी आर्थिक सहायता का निवेदन किया था। हम भी आपसे यही कहेंगे कि जीवन में लाखों पुण्य के अवसर मिलते हैं लेकिन किसी को जीवन देने और किसी का जीवन बचाने के कुछ सीमित ही पुण्यवसार प्राप्त होते हैं। तो अगर आपकी सहायता से किसी के परिवार की बेटी के जीवन की रक्षा होती है तो अवश्य करें यही हमारी देवभूमि की चिरकाली पहचान है।