नैनीताल: पर्वतीय जिलों में रह रहे लोगों के अच्छे दिन आने वाले हैं। खास कर दूरस्थ इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों को अब कंधे पर ढोकर गैस का सिलेंडर नहीं ले जाना पड़ेगा। जी हां, उत्तराखंड के नौ जिलों में बहुत जल्द गैस पाइपलाइन (Gas pipelines in nine districts) बिछने जा रही है। बहरहाल आबादी को प्रथामिकता मानते हुए यह काम किया जा रहा है।
बुधवार को विकासनगर चकराता रोड स्थित एक होटल में कार्यक्रम के दौरान पीएनजीआरबी (पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड) ने इस फैसले का पुष्टि की। पीएजीआरबी (Petrolium and natural gas regulatory board) के सदस्य गजेंद्र सिंह ने बताया कि पहले पौड़ी गढ़वाल, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, चमोली और बागेश्वर में गैस पाइपलाइन बिथाने का काम किया जाना है।
गौरतलब है कि उक्त नौ जिलों में गैस पाइपलाइन बिछ जाने से करीब 3895669 आबादी को लाभ मिलेगा। इन जिलों के अलावा नैनीताल समेत अन्य जिलों में भी काम किया जाएगा। पीएनजीआरबी (PNGRB) की मानें तो उनका लक्ष्य उत्तराखंड के सौ प्रतिशत क्षेत्र और सौ प्रतिशत आबादी को सिटी गैस वितरण नेटवर्क के तहत कवर करने का है।
इस कार्यक्रम के दौरान पीएनजीआरबी द्वारा उत्तराखंड और भारत में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर (City Gas Distribution Sector) में अवसरों और पूरे ढांचे के बारे में भी खुलकर जानकारी दी गई। गजेंद्र सिंह ने बताया कि गैस पाइप लाइन बिछाने का काम प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। इसी तरह से एक-एक कर सभी जिलों में गैस पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा होगा।