देहरादून: राज्य में विधानसभा का शीतकालीन सत्र जरूर शुरू हो गया है। मगर अभी वह बात नहीं। पहले दिन सर्वप्रथम जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) को श्रद्धांजलि दी गई। एक महान वीर और पुण्यात्मा को नमन करने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक (Uttarakhand BJP President) ने सैन्यधाम या राज्य के विश्वविद्यालय को जनरल रावक के नाम पर रखे जाने की मांग की है।
वो अंग्रेजी में कहावत है कि शो मस्ट गो ऑन (Show must go on)। वाकई शो नहीं रुकता लेकिन कुछ शख्सियतों के विदा होने से एक खाली जगह रह जाती है। बीते दिन हेलिकॉप्टर क्रैश (helicopter crash) में देश ने 13 लोगों में कई सैन्य अफसरों समेत देश के सीडीएस जनरल बिपिन रावत को खो दिया। इसी को लेकर पूरे देश में निराशा है। इधर उत्तराखंड में भी यही माहौल है।
दरअसल गुरुवार को विधानसभा का शीतकालीन सत्र मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने जनरल बिपिन रावत के निधन पर शोक पढ़ कर शुरू किया। इस दौरान उन्होंने कई सारे यादें भी साझा की। सीएम धामी ने कहा कि सेना का मनोबल बढ़ाकर रखने वाले वीर जनरल साहब हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे। बिपिन रावत बेहद सरल स्वभाव के थे। उनके जाने से देश को अपूरणीय क्षति हुई है। सीएम धामी ने एक शेर भी कहा कि बड़े गौर से सुन रहा था जमाना, आप ही सो गए दास्तां कहते कहते।
इस मौके पर विभिन्न नेताओं ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक (Madan Kaushik) ने बिपिन रावत को श्रद्धांजिल अर्पित करते हुए मांग की कि सैन्यधाम या राज्य की यूनिवर्सिटी का नाम उनके नाम पर रखा जाए। मदन कौशिक ने कहा कि अचूक रणनीतिकार जनरल रावत ने पाकिस्तान को कई बार कड़ी चेतावनी दी थी।
मदन कौशिक ने कहा कि कहा कि बिपिन रावत ने तालिबान (Taliban) को लेकर भी रणनीति (strategy) पहले ही तैयार कर ली थी। आपको बता दें कि एक बार बिपिन रावत ने कहा था कि हम आतंकियों से एक कदम आगे हैं। मदन कौशिक ने आगे कहा कि जनरल रावत द्वारा देश हित में लिए गए निर्णयों को कोई भूल नहीं सकता। उत्तराखंड बिपिन रावत की जन्मभूमि थी, पूरे राज्य में शोक की लहर है। इसके बाद पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, नेता प्रतिपक्ष ने भी श्रद्धांजलि दी।