देहरादून: बागेश्वर उपचुनाव में फतह हासिल करने के लिए भाजपा और कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। लोकसभा से पहले बागेश्वर उपचुनाव बेहद अहम माना जा रहा है। दोनों ही दल एक दूसरे पर तमाम आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने बॉबी पवार की गिरफ्तारी पर राज्य सरकार पर निशाना साधा था और सत्ता का डर दिखाने जैसी बात कही थी।
अब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लंबे समय से बेरोजगारों को भड़काकर राजनैतिक रोटियां सेकने की कोशिश कर रही है जो कि दुर्भाग्य पूर्ण है और कांग्रेस उन सवालों से बच नही सकती है। कांग्रेस संभावित हार की बौखलाहट में बागेश्वर का माहौल खराब करने की साजिश रच रही है। कानून व्यवस्तता बनाए रखने की किसी भी कोशिश का स्वागत होना चाहिए था लेकिन कांग्रेस की बयानबाजियां उनकी पोल खोलती हैं कि वे निजी स्वार्थ की खातिर युवाओं को राजनैतिक मोहरा बना रही है।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि किसी भी चुनाव में कोई व्यक्ति प्रचार करने जाता है तो वह किसी न किसी के पक्ष में जाता है और उसके लिए बकायदा संबंधित पार्टी या उम्मीदवार द्वारा अनुमति ली जाती है । अन्यथा सिर्फ हराने के लिए प्रचार के नाम पर किसी को भी माहौल खराब करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है । इस पूरे प्रकरण को लेकर चुनाव आयोग के निर्देशन में प्रशासन ने शानदार कार्यवाही की है जिसकी सभी पार्टी एवम उम्मीदवारों की तरफ से तारीफ होनी चाहिए थी । लेकिन जिस तरह कांग्रेस नेताओं के बौखलाहट भरे अनर्गल बयान आ रहे हैं उससे कांग्रेस की भूमिका संदिग्ध दिखाई दे रही है । उन्होंने कहा, बागेश्वर उपचुनाव में चुनाव आयोग की निगरानी में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव प्रचार हो रहा है ।
स्थानीय जनता भी लोकतांत्रिक परंपराओं का आनंद लेते हुए अपने-अपने मुद्दों और आकांक्षाओं पर उम्मीदवारों को परखते हुए अपनी राय लगभग तैयार कर चुकी है । वे स्वर्गीय चंदन राम दास के क्षेत्रीय विकास के लिए किए अविस्मरणीय कामों और डबल इंजन की सरकार कार्यप्रणाली को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं और भाजपा के पक्ष में रिकॉर्ड मतदान का मन बना चुकी हैं । लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेता इस सबको भांप चुके है और यही वजह है कि वे माहौल खराब करने की साजिश कर अपनी आखिरी कोशिश में जुट गई है ।
महेंद्र भट्ट ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस लंबे समय से बेरोजगारों को भड़काकर राजनैतिक रोटियां सेकने की कोशिश करती रही है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन बागेश्वर को लेकर कांग्रेस ने सभी हदें पार कर दिया है । बागेश्वर मे कथित युवा नेता किस दल के प्रचार के लिए गया था कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए क्योंकि सबसे अधिक आपत्ति उनको ही है । और यदि वह भाजपा को हराने के लिए गया तो किसके समर्थन में गया और वह कौन सा दल है यह विचारणीय विंदु है। यदि वह अन्य दलों के लिए भी गया है अन्य दलों को भी इस बात स्पष्ट करना चाहिए कि वो उनके प्रचार के लिए बागेश्वर गए थे। लेकिन उनकी गिरफ्तारी को लेकर जिस तरह से कांग्रेस ने ही हो हल्ला मचाया और तमाम आरोप सरकार पर लगाए उसमे उसकी बौखलाहट साफ दिखती है, साथ ही दिखता है उनके साथ कांग्रेस का हाथ है । तथाकथित युवा नेता कांग्रेस के दुष्प्रचार के एजेंडे को आगे बढाने के लिए वहाँ गए थे? कांग्रेस के अध्यक्ष से लेकर पूर्व सीएम और सभी नेता इस प्रकरण में गिरफ्तारी को लेकर सरकार पर जिस तरहीआरोपों की झड़ी लगा रहे थे, उससे अब कांग्रेस की ही जवाबदेही बनती है कि वह बताए कि वह उनके लिए ही प्रचार और भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए गए थे।
उन्होंने कहा कि बागेश्वर चुनाव अचार सहिंत प्रभावी है और वहां बिना अनुमति के प्रचार में भाग नहीं ले सकते इसलिए अन्य दलों को भी ये स्पष्ट करना चाहिए कि वह उनके प्रचार के लिए गया है या नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस परदे के पीछे से ऐसे तथाकथित व्यक्तियों को बागेश्वर भेज रही है जो युवाओं की मांग उठाने के नाम पर राजनीति करने वाले के लिए पहले ही बदनाम हैं और जिनकी कांग्रेस नेताओं से संबंध जगजाहिर हैं । ये ऐसे युवा हैं जिन्होंने राजनीति को अपना कैरियर बनाना तय कर लिया है क्योंकि आज जब लगभग सभी युवा कठोरतम नकल कानून के संरक्षण में ईमानदार भर्ती प्रक्रिया में शामिल होकर अपना भविष्य संवारने में जुटे हैं तो ये आपदकाल में अपने घरों से सैकड़ों किलोमीटर दूर कांग्रेस की शह पर चुनावी क्षेत्र में घूम रहे हैं । सभी जानते हैं कि बागेश्वर में आदर्श आचार संहिता लागू है ऐसे में ये तमाम लोग राजनैतिक मकसद से वहां पहुंचे और प्रशासन को अन्य उद्देश्य बताकर भ्रमित कर रहे थे । लिहाजा चुनाव आयोग से नियंत्रित स्थानीय अधिकारियों ने मुस्तैदी दिखाते इनपर कार्यवाही की और वहां का माहौल खराब होने से रोक दिया ।
इस पूरे मसले पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियां खुद उनकी ही पोल खोल रही हैं अन्यथा कानून व्यवस्तता बनाए रखने पर तो उन्हे भी जनता की तरह प्रसन्न होना चाहिए । चूंकि उनकी माहौल खराब करने की मंशा असफल हो गई है इसलिए इस पूरी कार्यवाही पर उनके नेता अनर्गल बयानबाजी करने पर उतारू हैं । उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि आने वाले दिनों में सबको यह पूरा मसला चुनाव हारने के कांग्रेसी बहानों में नजर आएगा ।