हल्द्वानी में निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी सीटों के उम्मीदवारों ने कमर कस ली है और चुनावी हवा को अुनी ओर करने के लिए प्रचार ने तेजी पकड़ ली है। हल्द्वानी के कई गांव पहली बार निकाय चुनाव में हिस्सा लेंगे, इस वजह से मुकाबला बड़ा और कड़ा हो गया है।
हल्द्वानी बिठौरिया वार्ड 38 से पार्षद प्रत्याशी महेश कांडपाल सेवा भावना को सबसे बड़ा वरदान मानते है। वह अपने सामाजिक कार्यों के कारण सुर्खियां बटोरी और लोकप्रिया बनें। महेश कांडपाल लोगों को रक्त दान का महत्व बताते है और इसके लिए उन्होंने खुद का उदाहरण पेश किया है। महेश कांडपाल अब तक अपने जीवन काल में 54 बार रक्त दान कर चुके हैं। उनकी सेवा ने गांव के कई युवाओं के प्रेरित किया है।
पार्षद प्रत्याशी महेश कांडपाल कहते है कि चुनाव में उतरने का मकसद केवल सत्ता हासिल करना नहीं बल्कि समाज सेवा से उदाहरण पेश करना होना चाहिए। मैने इसी कारण से चुनाव लड़ने का फैसला किया। हम विकास की बात करते है लेकिन विकास तभी होगा जब सेवा भावना मन में पैदा होगी। सेवा भावना नकारात्मक शक्तियों को शरीर से दूर करती है और जब समाज में नकारात्मक शक्तियां ही नहीं होगी तो वो खुद प्रगति पर चलेगा। उन्होंने कहा कि युवा अपने लक्ष्य की ओर केंद्रित रहते है लेकिन ऐसे पढ़ाई और भविष्य का क्या जो समाज के काम ना सकें। उन्होंने कहा कि लीडर केवल बोलने वाला नहीं करने वाला होना चाहिए है और मैं इसी दिशा की ओर आगे बढ़ रहा हूं।
वार्ड नंबर 38 पार्षद प्रत्याशी महेश कांडपाल ने कहा कि अगर जनता आगामी चुनावों में मुझे चुनती है तो मैं अपने सेवा विज़न को घर-घर पहुंचाने की पूरी कोशिश करूंगा। वहीं उन्होंने कहा कि युवाओं को समाजिक कार्यों में भाग लेना जरूरी है जो अपनी शिक्षा के माध्यम से ग्रहण की गई चीजों को लोगों के सामने पेश कर सकते हैं।