नवागढ़: आप ने पुलिस को वाहन चेकिंग के दौरान जुर्माने की वसूली (Recovery of fine while vehicle checking) करते देखा होगा। लेकिन बेमेतरा जिले में एक अजीबो गरीब चीज देखने को मिली। हैरानी ये हुई कि एक हवलदार बदमाशों से वसूली कर रहा था। जी हां, दरअसल एक शातिर ठग फर्जी हवलदार बन कर वसूली को अंजाम दे रहा था। जब पुलिस ने आनन-फानन में उसे गिरफ्तार (arrested by police) किया तो मामले का खुलासा भी हैरान करने वाला था।
दरअसल छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले (Chattisgarh Bemetra district) से यह मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने अपने जीजा की पुलिस वर्दी चोरी कर ली। फिर उसे पहनकर वह बदमाशों के पास धौंस दिखाने गया। उसने फर्जी हवलदार (Fake constable) बन कर बदमाशों और आम लोगों से खुलेआम वसूली की। जानकारी के अनुसार उसने गांव के सरपंचों से बदमाशों की पूरी लिस्ट निकलवाई थी। फिर जाकर उनसे वसूली करने लगा।
जब पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो पुलिस भी चक्कर में पड़ गई। लेकिन अपनी वर्दी की धौंस दिखाकर वसूली करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से पूछताछ (interrogation) हुई तो उसने बताया कि वह पुलिसकर्मी नहीं है। उसने अपने जीजा (Brother-in-law), जो कि बलौदा बाजार के पुलिसकर्मी हैं, से वर्दी चुरा कर पहन ली थी। इस वर्दी को पहन कर वह गांव-गांव घूम रहा था।
आरोपी ने बताया कि वह खुद को हवलदार बताकर और वर्दी की धौंस दिखाकर लोगों से वसूली कर रहा था। बता दें कि आरोपी जब लोगों को परेशान कर रहा था तो एक व्यक्ति वसूली से कुछ ज्यादा ही तंग आ गया। इसलिए उसने पुलिस का रुख करना बेहतर समझा। जिसके बाद पुलिस ने जानकारी मिलते ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद ही इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।