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मां को किया था शादी के लिए नई साड़ी लाने का वादा, पिता को इंतजार था नए गिफ्ट का…


हल्द्वानी: नौकरी लगने के बाद बच्चे अपने माता-पिता को गिफ्ट करने का शौक पुराना नही है। बच्चों के करियर बनाने के लिए परिजन जो संघर्ष करते हैं उसका कोई कीमत नहीं लेकिन गिफ्ट जैसी छोटी-छोटी चीजों के पेश कर बच्चे माता-पिता के साथ खुशी के पल जीते हैं। ऐसा ही सोचते थे शहीद मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट।

अपने माता-पिता के लिए गिफ्ट लाना उन्हें काफी पसंद था। 7 मार्च को उनकी शादी होने वाली थी और वो 28 फरवरी को घर आने वाले थे। मां को इस बार नई साड़ी लाने का वादा किया था। वो चाहते थे कि मां उस साड़ी को उनकी शादी में पहने और आर्शीवाद दे।

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लेकिन शादी से कुछ दिन पहले बेटा तिरंगे में लिपटकर आया को पूरा परिवा में कोहराम मच गया। इस घर में शहनाई बजनी थी वो घर चीख पुकार से गूंज उठा। मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट अपने घर में छोटे थे और सभी के चहीते भी। पिता एसएस बिष्ट ने बताया कि वो छोटी से छोटी बाते मेरे साथ शेयर करता था। हमारा रिश्ता दोस्तों जैसा था। वो मेरे लिए शॉपिंग करता था।हादसे कुछ दिन पहले ही पिता के जन्मदिन पर मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट ने उन्हें केके भेजा था। बता दें कि शनिवार को नौशेरा सेक्टर में बारूदी सुरंग हटाटे वक्त मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हो गए। शहीद मेजर चित्रेश के पिता एसएस बिष्ट जो पूर्व पूलिस थे।परिवार में शादी की धूमधाम से तैयारियां कर रहा था।  रानीखेत के पीपली गांव के निवासी शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पार्थीव शरीर को मिलिट्री हाँस्पिटल में रखा गया था। सोमवार को नेहरू काँलोनी में  स्थित उनके घर पर श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ो लोग मौजूद रहे। इस मौके पर उत्तराखण्ड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत तमाम राजनेता शहीद के घर श्रद्धांजलि देने पहुंचे। शहीद चित्रेश सिंह बिष्ट का अंतिम संस्कार राकीय सम्मान के साथ हरिद्वार में किया जाएगा।

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