पिथौरागढ़: पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। यह कहावत बहुत प्रचलित है। इस बार बेरीनाग के एक लड़के की कहानी ने इस कहावत को सिद्ध कर दिया है। दशौली के रहने वाले मयंक पाठक ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली है। मयंक को परीक्षा में पूरे देश में 132 में रैंक हासिल हुई है। इस उपलब्धि के बाद मयंक के परिवार जन और उसे जानने वाले जश्न मना रहे हैं।
बता दें कि मयंक पाठक निवासी ग्राम कफलेत दशौली बेरीनाग सिविल सर्विस 2022 की परीक्षा दी थी। जिसमें उसे 132 वां स्थान प्राप्त हुआ है। मयंक की 12वीं तक की पढ़ाई बनारस से हुई है। इसके बाद मयंक ने आईआईटी कानपुर से बीटेक की डिग्री हासिल की है। परिजन बताते हैं कि मयंक हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम स्थान पर आया है।
मयंक के अंदर बचपन से ही कुछ बड़ा करने की जिद थी। जिस वजह से उसने हमेशा पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, भाषण, काव्य रचना में हाथ आजमाया और सफलता भी हासिल की। आईआईटी करने के बाद आईएएस बनने तक का सफर संघर्ष भरा जरूर रहा। लेकिन मयंक ने अपनी मेहनत से इस सफर को सार्थक बना दिया है। बेटे की उपलब्धि पूरे पिथौरागढ़ जिले के लिए खुशियां लेकर आई है।
उल्लेखनीय है कि मयंक के पिता डॉ हरिश्चंद्र पाठक काशी हिंदू विश्वविद्यालय में गणित के वरिष्ठ प्रोफेसर हैं। जबकि उनकी माता महिमा पाठक अध्यापिका हैं। मयंक के ताऊजी डॉक्टर तारा दत्त पाठक भी अवकाश प्राप्त आईएएस अधिकारी रहे हैं। जबकि उसके चाचा डॉ भुवन चंद्र पाठक वर्तमान में कैंपस स्कूल पंतनगर में प्रधानाचार्य हैं।