देहरादून: आधुनिक जमाने में हर किसी को आधुनिक होने का हक है। यह हक हमारे नेताओं को भी है। मगर उत्तराखंड में तो हद ही हो गई है। उत्तराखंड विधानसभा के गठन के बाद से अबतक विधायकों को पांच बार लैपटॉप सहित अन्य उपकरण दिए जा चुके हैं। आरटीआई में खुलासा हुआ है कि इसके लिए 3 करोड़ से भी अधिक की धनराशि खर्च की गई है। जबकि इस कार्यकाल में विधायकों के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर 98 लाख 69 हजार रू खर्च किए हैं।
यह आरटीआई उत्तराखंड काशीपुर के RTI एक्टविस्ट नदीम उद्दीन ने लगाई थी। उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी। इसी के आधार पर पता चला है कि विधायकों के लैपटॉप, प्रिंटर आदि पर अबतक 3 करोड़ 37 लाख 22 हजार 149 रूपये खर्च किए जा चुके हैं। बता दें कि हर एक विधायक को पहले साल में एक लैपटॉप, बाद में प्रिंटर, वेब कैमरा सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी दिए हैं।
RTI में मिली जानकारी के अनुसार राज्य गठन होने के बाद से अब साल 2022 में पांचवी विधानसभा के गठन तक समस्त विधायकों को अब तक 5 बार लैपटॉप दिए गए हैं। साल 2004 में रू. 58,66,588 रूपए के 71 लैपटॉप और 9,37,768 के 71 प्रिंटर खरीदे गए। इसके बाद वर्ष 2007 में 71 विधायकों के लिए फिर से लैपटॉप व प्रिंटर खरीदे गए। फिर, साल 2012 में 71 विधायकों के लिए 49,26,385 रू. की कीमत से वेब कैमरा, लैपटॉप व बैग खरीदा गयाय़
साल 2014 में 59390 रू. के मूल्य से 3 लैपटॉप टैक्स सहित 187078 के खरीदे गए जबकि 14895 रूपए में तीन प्रिंटर भी लिए गए। वर्ष 2017 में फिर से सभी 71 विधायकों को 54,14,917.88 खर्चे से लैपटॉप दिए अथवा 6,91,185 रू. खर्च करके सभी को प्रिंटर दिए गए। पिछले साल 2022 में विधायकों को लैपटॉप और प्रिन्टर की धनराशि के रूप में 139000 रुपए दिए गए।